पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी मामले में केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहूरकर की प्रतिक्रिया आयी है। केंद्रीय सूचना आयोग में नियुक्त पूर्व पत्रकार माहुरकर ने ट्वीट कर इस्‍लामिक देशों को भड़काने वाले भारतीयों पर कार्रवाई करने की बात कही है। उन्होंने लिखा है, अब समय आ गया है कि भारत उन भारतीय नागरिकों की सूची बनाए जिन्होंने भारत के खिलाफ इस्लामी देशों को उकसाया। ऐसे लोगों पर देशद्रोह का मामला चलाया जाना चाहिए। यह उनकी देश विरोधी गतिविधि है। कानून बनाकर ऐसे लोगों की संपत्ति को कुर्क भी किया जा सकता है।

जाकिर नाइक और एमएफ हुसैन का सवाल उठाते हुए उदय माहूकार ने लिखा, ”क्या कभी नफरत फैलाने वाले जाकिर नाइक और एमएफ हुसैन की उनके अद्वितीय ईशनिंदा के लिए निंदा की गई?” मौजूदा वक्त को राष्ट्रीय जागरण का नया युग बताते हुए उदय ने कहा, ”एकतरफा धर्मनिरपेक्षता और हिंदू कीमत पर हिंदू-मुस्लिम एकता के दिन अब राष्ट्रीय जागरण के इस नए युग में चले गए हैं।”

एक तरफ सूचना आयुक्त कार्रवाई की मांग कर रहे थे। दूसरी तरफ गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी समेत कई लोगों पर केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि हमने सार्वजनिक शांति भंग करने और लोगों को भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सोशल मीडिया विश्लेषण के आधार केस दर्ज किया है। ओवैसी का सवाल है कि उनकी आखिर उन्होंने कौन सी ऐसी टिप्पणी की जो आपत्तिजनक थी, जिस पर केस दर्ज किया गया है।

इस मामले को लेकर ओवैसी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किया है। अपने पहले ट्वीट में ओवैसी लिखते हैं, ”मुझे FIR का एक हिस्सा मिला है। यह पहली FIR देख रहा हूँ, जिसमें ये स्पष्ट नहीं किया गया है कि अपराध क्या है। कल्पना कीजिए, हत्या के मामले में FIR दर्ज हो और पुलिस ये बताए ही न कि किस हथियार से हमला किया गया या हत्या का कारण क्या था। इसी तरह मुझे नहीं पता कि मेरी किस टिप्पणी के कारण मुझ पर FIR की गई है।”

अपने दूसरे ट्वीट में असदुद्दीन ओवैसी लिखते हैं, ”ऐसा लगता है कि दिल्ली पुलिस में यती, नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल जैसों के खिलाफ मामले को आगे बढ़ाने का साहस नहीं है, देरी से और कमजोर प्रतिक्रिया का यही कारण है।”

वैसे बता दें कि दिल्ली पुलिस ने यती नरसिंहनाद, नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। यति नरसिंहानंद जो हरिद्वार अभद्र भाषा मामले में जमानत पर बाहर हैं। दिल्ली पुलिस ने सुमोटो लेते हुए शांति भंग करने के मामले में कुल 32 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।