इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड यानी आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर रोजाना लाखों टिकट बुक होते हैं। इस पर आईडी बनाकरे आप रेलवे की शर्तों के हिसाब से टिकट बुक कर यात्रा करते हैं। रेलवे के लाख दावों के बावजूद इनमें सेंध लगती रहती है। बीते दिनों भी रेलवे को धांधली की शिकायत मिली थी। इसलिए अब ऑनलाइन बुकिंग के लिए इस्तेमाल होने वाली आईडी पर रेलवे बड़ा कदम उठाने जा रही है। आईडी बनाने के नियम सख्त होने जा रहे हैं।

ज़ी मीडिया की खबर की अनुसार, रेलवे के अधिकारी मान रहे हैं कि दलाल आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर फर्जी आईडी बना रहे हैं। जिससे हजारों की संख्या में टिकट बुक किए जा रहे हैं। यह आईडी हजारों की संखया में हैं। इसके साथ ही ऑनलाइन टिकट बुक करने के लिए दलाल सर्च इंजन गूगल पर मौजूद टूल्स की मदद से तत्काल टिकट भी बुक कर ऊंचे दाम पर बेंच रहे हैं।

ऑनलाइन टिकट में जारी धांधली से परेशान रेलवे जल्द ही आईडी बनाने के लिए एक पहचान पत्र जरूरी कर सकता है। पहचान के तौर पर ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर कार्ड या अन्य प्रमाण मांग सकता है। हालांकि रेलवे के इस कदम को एक्सपर्ट अच्छा नहीं मान रहे हैं। उनका कहना है कि अगर ऐसा होता है तो वेबसाइट हैवी हो जाएगी, जिससे लोगों को टिकट बुक करने में दिक्कतें आएंगी।

वहीं दूसरी ओर रेलवे सिर्फ दलालों से ही नहीं यात्रियों से भी परेशान है। रेलवे ने बताया है कि वर्ष 2017-18 में ट्रेन के एसी कोचों से लाखों तौलिए, कंबल औऱ चादर गायब हुई हैं। इस बारे में रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, ‘ जिन सामनों की चोरी हुई है, उनकी कीमत करीब 14 करोड़ रुपये है।’ उन्होंने बताया कि, शौचालयों से मग, फ्लश पाइप और शीशे तक चोरी हो जाते हैं।