महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में अभी तक तीन नक्सलियों की मौत की खबर है. स्थिति को देखते हुए सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है और सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पूरी कोशिश है कि दूसरे नक्सलियों को जिंदा पकड़ा जा सके जिससे उनके नेटवर्क के बारे में ज्यादा जानकारी मिले।
महाराष्ट्र में तीन नक्सली ढेर
बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलो को सूचना मिली थी कि गढ़चिरौली के जंगल में नक्सली छिपे हुए हैं। उस इनपुट के आधार पर ही एक सुरक्षाकर्मियों की एक टीम मौके पर गई और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। अब इससे पहले कि टीम किसी नक्सली को गिरफ्तार कर पाती, उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी गई। देखते ही देखते दोनों तरफ से गोलियां चलीं और 3 नक्सली मौके पर ही ढेर हो गए। अब कितने नक्सली वहां मौजूद थे, अभी तक ये स्पष्ट नहीं है, लेकिन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
दंतेवाड़ा में 10 जवान हुए थे शहीद
अब ये कार्रवाई उस समय हुई है जब छत्तीसगढ़ में कुछ दिन पहले ही 10 जवान शहीद हो गए थे। दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की गाड़ी को IED ब्लास्ट से उड़ा दिया था, मौके पर ही 10 जवानों की मौत हुई थी। वो धमाका इतना भयंकर था कि सड़क तक के परखच्चे उड़ गए थे। उस घटना के कई चश्मदीद रहे और सभी ने खौफजदा करने वाला अनुभव साझा किया था।
जिस समय दंतेवाड़ा में ये हमला हुआ था, तब पीछे एक दूसरी गाड़ी भी चल रही थी. उस गाड़ी के ड्राइवर ने नक्सली हमले के बारे में विस्तार से बताया था। उसने कहा था कि मेरा वाहन काफिले में दूसरे स्थान पर था। मेरे वाहन में सात सुरक्षाकर्मी यात्रा कर रहे थे। मैंने उस स्थान से 150-200 मीटर पहले वाहन को धीमा कर दिया। जो वाहन हमारे पीछे था, वह आगे निकल गया। अचानक एक विस्फोट हुआ। मुझे लगता है कि मेरा वाहन टारगेट पर था लेकिन भगवान ने हमें बचा लिया। ड्राइवर ने दावा किया कि करीब 15 मिनट तक गोलीबारी जारी रही लेकिन उसे जंगल में कोई हलचल नजर नहीं आई।