Maharashtra Mumbai Bandh on 9th August 2018, Maratha Kranti Morcha Update: महाराष्ट्र बंद का हिंसक रूप पुणे में गुरुवार दोपहर से शाम तक दिखा। प्रदर्शनकारी हिंजेवड़ी और कोठरुद इलाके में स्थित आईटी कंपनियों में अचानक घुस गए, जहां उन्होंने पत्थरबाजी की। वहीं, कुछ प्रदर्शनकारियों ने मानकपुर रिंग रोड के पास रास्ता बाधित कर दिया। एक जगह साइकिल फूंकने की घटना भी सामने आई। यही नहीं, उन्होंने एक ट्रेन को भी रोकने का प्रयास किया, मगर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) की टीम ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया।
मराठा समुदाय द्वारा बुलाए गए बंद का समर्थन करने के लिए एक विधायक ने अनोखा तरीका अपनाया। गुरुवार (नौ अगस्त) को कोल्हापुर से शिवसेना के विधायक प्रकाश अबित्कर मुंबई विधान भवन के परिसर के बाहर धरने पर बैठे नजर आए। वहीं, मुंबई में कई लोगों ने अपनी आंखों और मुंह पर काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया।
बता दें कि मराठा संगठनों ने सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग को लेकर गुरुवार को महाराष्ट्र बंद बुलाया। सुबह आठ से शुरू हुआ बंद शाम छ बजे शाम तक प्रभावी रहेगा। बंद की जद में नवी मुंबई और ठाणे को छोड़कर पूरा महाराष्ट्र है। मराठा नेताओं ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे बंद में शांतिपूर्वक हिस्सा लें और किसी भी तरह की हिंसा ना करें। हालांकि, बंद के शुरुआती घंटों में इसका असर नहीं देखने को मिला। छात्र सामान्य दिनों की तरह स्कूल जाते दिखे।
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नांदेड़ डिविजन में प्रदर्शनकारियों द्वारा पत्थरबाजी किए जाने के बाद रेलवे विभाग ने ऐहतियात बरतते हुए तीन पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया। पुणे के सात जिलों में इसके अलावा इंटरनेट सेवाएं प्रतिबंधित कर दी गई हैं, जिनमें- शिरुर, खेद, बारामती, जुन्नर, मवल, धौंद और भोर शामिल हैं।
पुणे में बंद का व्यापक असर है। यहां पर दुकानें, ऑफिस, स्कूल कॉलेज बंद कर दिये गये हैं। यहां बंद को मराठा क्रांति मोर्चा का समर्थन प्राप्त है। संभा जी ब्रिगेड के पुणे यूनिट के नेता संतोष शिंदे ने कहा, "हमलोगों ने आंदोलनकारियों से कहा है कि वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करें, किसी भी तरह की हिंसा नहीं होनी चाहिए, सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए।
नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर बुलाए गए महाराष्ट्र बंद के बीच एक तस्वीर ये भी देखने को मिली। विरोध प्रदर्शन के तौर पर प्रदर्शनकारियों ने भैंस के शरीर पर लिख दिया- मैं निष्क्रिय सीएम हूं (मी निष्क्रिय मुख्यमंत्री)। (फोटो सोर्सः टि्वटर/@Aamhi_Gevraikar)
मराठा समुदाय के बंद का समर्थन करने के लिए धरने पर बैठे शिवसेना के विधायक प्रकाश अबीत्कर।
महाराष्ट्र के सरकारी कर्मचारियों ने गुरुवार को अपनी हड़ताल खत्म कर दी। तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी मंगलवार (सात अगस्त) से विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर थे। सरकार ने उनकी तीन मांगों को मान लिया है।
मराठा आंदोलन के दौरान पुणे में प्रदर्शनकारी हिंसा पर उतारु हो गये। पुणे में डीसी ऑफिस का घेराव करने पहुंचे प्रदर्शनकारियों ने ऑफिस की खिड़कियों को तोड़ और दीवार फांदकर अंदर जाने की कोशिश करने लगे। ये घटना दो बजे के करीब की है। यहीं नहीं हंगामा करने वालों ने पत्रकारों के लिए भी मुश्किलें पैदा की। घटना की कवरेज के लिए पहुंचे पत्रकारों को वहां से भगा दिया गया। पुलिस ने कुछ आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया है।
मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी एनसीपी अध्यक्ष बारामती में शरद पवार के घर के सामने पहुंच गये हैं। इनलोगों ने एनसीपी से इस मुद्दे पर खुलकर मराठियों का समर्थन करने की अपील की है। सकल मराठा समाज नाम के संगठन ने नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर आज 9 घंटे का बंद बुलाया है।
औरंगाबाद में मराठा प्रदर्शनकारियों का आंदोलन हिंसक हो गया है। यहां पर आंदोलनकारियों ने एक बस में आग लगा दी। बताया जा रहा है कि ये बस एक निजी कंपनी की थी। इसके बाद यहां सुरक्षा और भी बढ़ा दी गई है। घटना के बाद इलाके में RAF, SRPF और लोकल पुलिस को तैनात कर दिया गया है।
मुंबई के विरार में आगे बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक दिया है, दोनों के बीच तीखी बहस हुई है। बाइक पर सवार आंदोलनकारी आगे बढ़ रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे जाने का परमिशन देने से इनकार कर दिया है।
मराठा आंदोलनकारियों का प्रदर्शन अब तेज हो रहा है। मुंबई में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी बांद्रा स्थित मुंबई कलेक्टर ऑफिस पहुंच गये है। भगवा रंग का ध्वज लिये ये प्रदर्शनकारी जोरदार हंगामा कर रहे हैं और आरक्षण की मांग कर रहे हैं। मराठा समाज सरकार से आरक्षण लागू करने के लिए लिखित आश्वासन मांग रहा है, मराठा संगठनों ने कहा है कि सरकार ये समयसीमा बताये जिसके तहत मराठा आरक्षण को लागू किया जाएगा।
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक लातूर, जालना, सोलापुर और बुलढ़ाना में प्रदर्शनकारियों ने ट्रैफिक रोक दिया है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बसें रुकी हुई हैं, कई जगहों पर बीच सफर में बसों को रोका गया है। सतारा में सरकारी बसें नहीं चल रही हैं, पेट्रोल पंप और सब्जी मार्केट भी बंद हैं। हालांकि उस्मानाबाद और बुलढ़ाना जिलों में कुछ कुछ रूट पर राज्य परिवहन निगम की बसें चल रही हैं।
आंदोलनकारियों ने औरंगाबाद में सड़कें बंद कर दी। औरंगाबाद में प्रदर्शनकारियों पर काबू करने के लिए अतिरिक्त पुलिसबल तैनात करना पड़ा है। बता दें कि पिछले बार मराठा आंदोलन के दौरान यहां हिंसा हुई थी। महाराष्ट्र पुलिस के डीजीपी ऑफिस ने बताया कि ये जिले काफी संवेदनशील हैं, यहां पर 19 जुलाई से प्रदर्शन हो रहे हैं और छिटपुट हिंसा भी हो रही है, लिहाजा यहां पुलिस काफी चौकस है।
हालांकि मराठा नेताओं ने कहा था कि बंद के दौरान बस सेवाओं पर असर नहीं पड़ेगा, लेकिन आज राज्य में बस सेवाएं ठप हैं। मुंबई स्थित ऑल स्टेट ट्रांसपोर्ट आज बंद है। आज मध्य रात्रि से लगभग 19 हजार बसें सड़कों पर नहीं आई हैं। मुंबई सेंट्रल, परेल दादर डिपो से कोई भी बस आज नहीं निकली है। बस नहीं होने की वजह से लोगों को काफी समस्याएं आ रही है। जगह-जगह लोग आसरा लिये हैं। घर से निकल चुके लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है।
मराठा संगठनों के बंद का असर सब्जियों की सप्लाई पर पड़ा है। नवी मुंबई को हालांकि बंद से मुक्त रखा गया है। लेकिन एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमिटी ने आज का सारा ऑपरेशन बंद कर दिया है। इसकी वजह से यहां से निकलने वाली सब्जियों से भरी ट्रकें रुक गई हैं। मराठा आरक्षण के समर्थकों ने लातूर, सोलापुर में आधी रात से ट्रकों की आवाजाही बंद कर दी है। नासिक में भी आज सुबह से कई जगहों पर ट्रकों की आवाजाही रोकी गई है।
मराठा क्रांति मोर्चा के राज्यव्यापी बंद को देखते हुए महाराष्ट्र राज्य रोड ट्रांसपोर्ट की बसें आज नहीं चल रही है। पिछली बार बंद के दौरान आंदोलनकारियों ने कई बसों में आग लगा दी थी। लिहाजा इस बार ट्रांसपोर्ट विभाग बेहद सावधानी बरत रहा है।
मराठा संगठनों के बंद को देखते हुए प्रशासन ने पुणे के 7 तहसील में इंटरनेट सेवा सस्पेंड कर दिया है। इनमें शिरूर, खेड, जुन्नार, मवाल. दौंद और भोर इलाके शामिल है। इस बार प्रशासन सोशल मीडिया अकाउंट पर भी नजर रख रहा है।