महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में सोमवार सुबह पुलिस के अभियान में पांच नक्सली मारे गए। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नक्सल-विरोधी अभियान अब भी जारी है।
अधिकारी ने कहा, ‘गढ़चिरौली के खोबरामेंडा जंगली इलाके में चलाए गए अभियान के दौरान पांच नक्सली मारे गए हैं।’ इससे पहले एक अधिकारी ने कहा था कि शनिवार को जिला पुलिस ने एक राइफल और तीन प्रेशर कुकर बम जब्त किए थे, जिनका इस्तेमाल नक्सली कथित रूप से सुरक्षा बलों पर हमला करने की योजना के लिये कर रहे थे। गढ़चिरौली पुलिस को सूचना मिली थी कि बड़ी संख्या में नक्सली ”नक्सल सप्ताह” मनाने के लिये यहां जुटने वाले हैं, जिसके मद्देजनर उसके सी-60 कमांडो ने हेतलकासा जंगली इलाके में शनिवार को नक्सल-विरोधी अभियान चलाया था।
पुलिस ने कहा कि 60 से 70 नक्सलियों ने सी-60 कमांडों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका सुरक्षा बलों ने जवाब दिया। दोनों ओर से करीब एक घंटे तक गोलीबारी चली। इस दौरान नक्सली अपना सामान छोड़कर भाग गए।
बता दें कि पुलिस ने शनिवार को एक तलाशी अभियान चलाया था। नक्सलियों और सुरक्षा बलों के बीच फायरिंग भी हुई थी। सोमवार को, सुरक्षा बलों ने सुबह लगभग 7.30 बजे 25 नक्सलियों के समूह पर हमला बोल दिया था।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (गढ़चिरौली रेंज) संदीप पाटिल ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “लगभग 25 नक्सलियों और गढ़चिरौली पुलिस के C60 कमांडो के बीच सोमवार सुबह करीब 7.30 बजे मुठभेड़ हुई। जिसमें तीन नक्सली पुरुष और दो नक्सल महिलाओं को मार गिराया गया। हमारे लोगों ने शनिवार को ऑपरेशन शुरू किया था और दिन में नक्सलियों के साथ फायरिंग हुई थी।’
उन्होंने बताया कि नक्सली अपने पीछे एक 303 राइफल मैग्जीन और कारतूस, तीन प्रेशर कुकर बम, बिजली के तारों के बंडल, सौर प्लेट, बम और दैनिक उपयोग की सामग्री और दवाओं सहित एक बड़ी सामग्री को पीछे छोड़ भाग गए।
10 C60 पार्टियां, जिसमें लगभग 250 जवान थे, को बाद में वापस बुलाया गया और उनकी जगह आठ नई टीम भेजी गईं। जिसमें कि 200 जवान थे।
पाटिल ने कहा, ‘नक्सली टीपागढ़ दलम और कंपनी 4 फोरमेशन से संबंधित थे, जिसमें लगभग 25 व्यक्ति शामिल थे।’