महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक मंदिर के पास विभिन्न समुदायों के दो समूहों के बीच झड़प हो गई। इस झड़प में पांच लोग घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक घटना रविवार दोपहर करीब 3.30 बजे की है। विवाद के बाद अतिरिक्त पुलिस बल के साथ Riot Action Force को मौके पर भेजा गया और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।
क्या है पूरा मामला?
एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि जलगांव में सुप्रीम कॉलोनी में एक मंदिर है। जमीन नगर पालिका की है। हालांकि एक समुदाय के लोग मंदिर के अंदर और उसके आसपास एक चबूतरे की मरम्मत कर रहे थे, जबकि दूसरे समूह का मानना था कि समुदाय के लोग अधिक भूमि पर कब्जा करने के लिए (चबूतरे की) लंबाई बढ़ा रहे थे। इसलिए वे निर्माण का विरोध करने के लिए वहां गए। विवाद के बाद दोनों गुटों ने कथित तौर पर एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने बताया कि मौके पर 250 से ज्यादा लोग जमा हो गए।
मामला दर्ज लेकिन अभी तक गिरफ्तारी नहीं
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना में घायल हुए पांच लोग खतरे से बाहर हैं।पुलिस ने कहा कि जलगांव के एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में हत्या के प्रयास और दंगे का मामला दर्ज किया गया है लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस ने कहा कि वे संदिग्धों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं।
सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही पुलिस
पुलिस निरीक्षक बबन अवहाद ने घटना को लेकर कहा कि हम वर्तमान में वहां मौजूद लोगों और पुलिस कर्मियों द्वारा शूट किए गए घटना के वीडियो से संदिग्धों की पहचान कर रहे हैं। हम सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रहे हैं। हम उनकी पहचान सत्यापित करेंगे और बाद में उन्हें गिरफ्तार करेंगे।
अप्रैल में भी सामने आया था ऐसा ही मामला
इससे पहले इसी वर्ष अप्रैल में महाराष्ट्र के जलगांव में दो गुटों के बीच मूर्ति तोड़े जाने को लेकर झड़प हुई थी। इस घटना में पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया था। घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बन गई थी।