Maharashtra Election Result 2024: महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन को मिली बड़ी जीत की चर्चा चारों ओर है और यह सवाल लोगों की जुबां पर है कि आखिर महायुति को इतनी बड़ी जीत कैसे मिली। निश्चित रूप से महायुति गठबंधन ने महा विकास अघाड़ी (MVA) की सियासी जमीन को बहुत हद तक खत्म कर दिया है। लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद जिस तरह MVA ने राज्य में सरकार बनाने के बड़े-बड़े दावे किए थे, वह दावे इन चुनाव के नतीजों के बाद ध्वस्त हो गए हैं।
महायुति की जीत में बीजेपी का रोल बहुत बड़ा है। महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए 145 विधायक चाहिए। महायुति 220 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करने जा रही है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर वह कौन सी बड़ी बातें रही जिन्होंने महाराष्ट्र चुनाव में महायुति को इतनी बड़ी जीत दिलाई।
इसके पीछे महायुति में शामिल दलों का बेहतर तालमेल के साथ चुनाव लड़ना, उम्मीदवारों का बेहतर चयन करना और MVA की ओर से किए गए हमलों का जोरदार जवाब देना भी शामिल है लेकिन महायुति की जीत का सबसे बड़ा क्रेडिट माझी लड़की बहिन योजना को दिया जा रहा है। चुनाव नतीजों के बाद खुद उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस बात को स्वीकार किया है कि यह योजना चुनाव में उनके लिए निर्णायक साबित हुई है।
ऐसे में यह जानना जरूरी है कि माझी लड़की बहिन योजना क्या है और महाराष्ट्र की राजनीति में महिला मतदाताओं की क्या भूमिका है।
महाराष्ट्र में एक बड़ा वोट बैंक महिलाओं का भी है और महायुति और MVA दोनों ने ही महिलाओं के वोट हासिल करने की पूरी कोशिश की थी। महायुति ने जहां लड़की बहिन योजना के तहत दी जाने वाली राशि को सत्ता में फिर से लौटने पर बढ़ाने का वादा किया था, वहीं MVA ने सरकार बनने पर महायुति से भी ज्यादा राशि देने का वादा किया था।
महाराष्ट्र में कुल 9.53 करोड़ मतदाता हैं। इनमें से 4.9 करोड़ पुरुष जबकि 4.6 करोड़ महिला वोटर हैं।
चुनाव से ठीक पहले लागू की थी योजना
महायुति की सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले माझी लड़की बहिन योजना को लागू किया था। शिंदे सरकार का कहना है कि इस योजना की वजह से महाराष्ट्र में कम से कम 2.26 करोड़ महिलाओं को फायदा मिला है। इस योजना के तहत 21 से 65 साल की महिलाओं को सरकार की ओर से 1500 रुपए दिए जाते हैं। इसमें शर्त यह है कि ऐसे परिवारों की सालाना आय ढाई लाख रुपए से कम होनी चाहिए। इस योजना के तहत महिलाओं को उनके बैंक अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं।
लड़की बहिन योजना के जवाब में MVA की महालक्ष्मी योजना
महायुति के लिए चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा लड़की बहिन योजना ही थी। महायुति ने ऐलान किया था कि अगर फिर से उसकी सरकार बनी तो महिलाओं को हर महीने 1500 से बढ़ाकर 2100 रुपए दिए जाएंगे। जबकि MVA ने इसके जवाब में महालक्ष्मी योजना के तहत वादा किया था कि वह महिलाओं को 3000 रुपए हर महीने देगी और सरकारी बसों में फ्री सवारी की सुविधा भी देगी।
लेकिन चुनाव परिणाम से पता चलता है कि महिला मतदाताओं ने महायुति के वादे पर भरोसा किया और MVA को नकार दिया।
एमपी, छत्तीसगढ़ में मिली थी बीजेपी को जीत
याद दिलाना होगा कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी के लिए महिलाओं के लिए चलाई गई ऐसी योजना गेम चेंजर साबित हुई थी। बीते साल दिसंबर में हुए इन राज्यों में हुए चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी।