महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी खींचतान के बीच कांग्रेस के ज्यादातर विधायकों ने शिवसेना को बाहर से समर्थन देने के विचार को स्वीकार किया है। एक अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है। खबर है कि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़के पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से इस मुद्दे पर बातचीत करेंगे।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने से इनकार कर दिया है। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अपने आवास पर पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। इस दौरान फडणवीस ने सरकार गठन से यह कहकर इंकार कर दिया कि उनकी पार्टी के पास बहुमत जुटाने लायक नंबर नहीं हैं। सरकार बनाने से भाजपा के पीछे हटने के बाद अब विपक्षी पार्टियों एक के बाद एक ताबड़तोड़ बैठकें करने में जुटी हैं।
इसी बीच विभिन्न मीडिया सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि पूर्व सांसद और मुंबई कांग्रेस के प्रमुख मिलिंद देवड़ा ने भी शिवसेना को समर्थन देने के विचार का समर्थन किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मानिकराव ठाकरे ने बताया कि महाराष्ट्र में सरकार गठन पर पार्टी के रुख को तय करने के लिए कांग्रेस के महासचिव खड़गे ने पार्टी विधायकों से अनौपचारिक रूप से मुलाकात की। ठाकरे ने कहा, ‘खड़गे विधायकों के रुख से पार्टी नेतृत्व को अवगत कराएंगे।’
अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट जैसे वरिष्ठ नेताओं सहित सभी 44 विधायक महाराष्ट्र में सरकार बनाने के गतिरोध के मद्देनजर खरीद फरोख्त का शिकार होने के डर से कांग्रेस शासित राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक रिसॉर्ट में ठहरे हैं।
राज्य में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा की गई थी। विधानसभा चुनाव में भाजपा को 105 सीटें और शिवसेना को 56 सीटें मिलीं। वहीं राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थी। प्रदेश की 288 सदस्यीय विधानसभा में सरकार बनाने के लिये 145 विधायकों का समर्थन जरूरी है।