महाराष्ट्र के बुलढाणा में समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेसवे पर एक बस में आग लगने से कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि एक्सप्रेस-वे पर डिवाइडर से टकरा जाने के बाद बस में आग लग गई थी। हादसे के बाद बस के ड्राइवर और कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि शनिवार रात डेढ़ बजे घटी इस घटना का एक कारण यह भी हो सकता है कि उस समय ड्राइवर को नींद आ गई हो।

वहीं, महाराष्ट्र के परिवहन विभाग ने मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे दुर्घटना पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा कि यह टायर फटने या घिसे हुए टायर और ओवरस्पीडिंग के कारण नहीं हुआ। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि दुर्घटना स्थल पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को टायरों के रबर के कोई टुकड़े नहीं मिले, जहां उन्हें सड़क पर बस के टायर के निशान मिले।

Maharashtra: ओवरस्पीडिंग के कारण नहीं हुआ बस हादसा

ओवरस्पीडिंग के मुद्दे पर रिपोर्ट में कहा गया है कि बस रात 11:08 बजे समृद्धि महामार्ग पर करंजा लाड इंटरचेंज से रवाना हुई और लगभग 1:32 बजे दुर्घटनास्थल पर पहुंची। रिपोर्ट बताती है कि बस ने 144 मिनट में 152 किलोमीटर की दूरी तय की और इसलिए वह ओवरस्पीड नहीं हो सकती थी। परिवहन आयुक्त का प्रभार संभाल रहे आईएएस शेखर चन्ने ने प्रारंभिक रिपोर्ट पर इंडियन एक्सप्रेस से बात की। चन्ने ने कहा, “प्रारंभिक निष्कर्षों के अनुसार बस में कोई समस्या नहीं थी। हालांकि, दुर्घटना कैसे हुई और यह किसकी लापरवाही थी, यह पुलिस जांच का हिस्सा है।”

परिवहन रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि बस 4 फीट ऊंचे स्टील के खंभे से टकरा गई, जिसके कारण चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया और बस फिर से डिवाइडर से टकरा गई, जिससे बस का डीजल टैंक क्षतिग्रस्त हो गया। शायद इसी वजह से आग लगी होगी। आरटीओ के अनुसार बस तीन साल पुरानी है।

वहीं, दूसरी ओर एक्सप्रेसवे का निर्माण करने वाले महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम ने कहा कि हालांकि दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी लेकिन एक्सप्रेसवे के डिजाइन को इसके लिए दोष नहीं दिया जाना चाहिए। “हम नियामक प्राधिकरण नहीं हैं। निगम ने कहा कि हम बुनियादी ढांचा विकास प्राधिकरण हैं। हालांकि, हम अन्य अधिकारियों, राज्य राजमार्ग पुलिस, आरटीओ को सभी जरूरी सहायता प्रदान कर रहे हैं।

(Story by Sweety Adimulam)