महाराष्ट्र में सत्ता से बाहर का रास्ता देखते ही बीजेपी में बगवात की खबरें हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से ने दावा किया है कि पंकजा मुंडे और रोहिणी को हराने में बीजेपी नेताओं का ही हाथ रहा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह बीजेपी नहीं छोड़ना चाहते लेकिन अपमानित किया जाता रहा तो उन्हें ऐसा करने के लिए सोचना पड़ेगा।

जलगांव से एकनाथ खड़से की बेटी रोहिणी और बीड से पूर्व मंत्री पंकजा मुंड ने चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। खड़से ने इन दो सहित कई उम्मीदवारों की हार के लिए जिम्मेदार नेताओं के खिलाफ पार्टी की उत्तरी महाराष्ट्र कोर कमेटी की बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल को सबूत सौंप दिए। इसके बाद उन्होंने कहा कि पार्टी अनुशासन की वजह से उन्होंने सबूतों को सार्वजनिक नहीं किया। उन्होंने कहा है कि वह हार के लिए जिम्मेदार नेताओं के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं।

पूर्व मंत्री ने कहा, ‘मैं भगवान नहीं हूं। मैं इंसान हूं और भावनाएं रखता हूं। मैं उस पार्टी को नहीं छोड़ना चाहता जिसके लिये मैंने चार दशक से भी ज्यादा समय तक कड़ी मेहनत की। मैं अब भी पार्टी के लिये काम करने को तैयार हूं।’

वहीं पाटिल ने इन आरोपों पर कहा है कि वह अपने स्तर पर इस मामले को देख रहे हैं। उन्होंने कहा ‘अगर कोई भी उम्मीदवारों की हार के लिए जिम्मेदार है तो उसके खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।’ खडसे ने कहा, ‘पाटिल ने मुझे इस जानकारी को सार्वजनिक नहीं करने के लिए कहा है क्योंकि ये आंतरिक मुद्दा है। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि वह पार्टी प्रमुख अमित शाह और कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ इस मामले को उठाएंगे।’

बता दें कि इस बार बीजेपी ने 2014 के मुकाबले 17 सीटें कम जीती हैं। 2014 में जहां 122 सीटों पर जीत हासिल हुई थी तो वहीं इसबार 105 सीटों पर ही पार्टी फतह हासिल कर पाई। गौरतलब है कि 2014 में देवेन्द्र फड़णवीस सरकार में वरिष्ठ मंत्री रहे खडसे को अपने परिवार से जुड़े भूमि सौदे में अनियमितताओं के आरोपों के चलते मंत्रिपद से इस्तीफा देना पड़ा था।