महाराष्ट्र के अमरावती में हुए केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या का मामला गरमाया हुआ है। बता दें कि बुधवार को उमेश की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ है। रिपोर्ट से पता चला है कि गर्दन के बाएं हिस्से पर धारदार हथियार से तेज हमला किया गया था। जिसकी वजह से 8.2 CM गहरा गड्ढा हुआ था। इससे उमेश कोल्हे के शरीर की कई नसे डैमेज हो गई थीं।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक गर्दन के बांयीं ओर चाकू से स्पाइन तक का हमलाकर गहरा घाव किया गया था। वहीं बायीं तरफ स्टर्नोक्लीडोमैस्टॉयड मसल्स, जुगलर वेन और कैरोटिड आर्टरी के साथ-साथ इसोफेगस तक गहरे घाव पाए गये हैं। इसके अलावा एक कटा-फटा सा घाव बायें पैर में भी पाया गया है।

रिपोर्ट से साफ है कि उमेश कोल्हे को बड़ी बेरहमी के साथ मारा गया। बता दें कि 21 जून को 54 वर्षीय केमिस्ट उमेश प्रहलादराव कोल्हे की हत्या रात 10 बजे से 10.30 बजे के बीच उस वक्त की गई थी, जब वो अपनी मेडिकल शॉप से घर के लिए जा रहे थे। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक उमेश कोल्हे अपनी दुकान ‘अमित मेडिकल स्टोर’ बंद करके घर जा रहे थे। तभी मोटरसाइकिल पर सवार दो आदमी उमेश कोल्हे की स्कूटी के सामने आ गए।

दरअसल उमेश कोल्हे ने व्हाट्सएप पर नूपुर शर्मा का समर्थन करते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट फॉरवर्ड किया था। गलती से उन्होंने उस पोस्ट को मुस्लिम सदस्यों वाले एक ग्रुप में शेयर कर दिया था। उस ग्रुप में उमेश के ग्राहक भी थे।

महाराष्ट्र पुलिस की जानकारी के मुताबिक इस हत्या का मास्टरमाइंड इरफान शेख है। वह रहबर नाम का एनजीओ चलाता है। इरफान के कहने पर ही गिरफ्तार किये गए 6 आरोपियों ने मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। जिसमें एक युसूफ खान को उमेश कोल्हे पहले से ही जानते थे। दोनों 2006 से ही दोस्त थे।

इसके अलावा मृतक उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे का कहना है कि पशु चिकित्सक यूसुफ खान (गिरफ्तार आरोपी) के अच्छे दोस्त थे। हम उन्हें 2006 से जानते थे।