ठाणे के कलवा में सरकार द्वारा संचालित छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल अस्पताल में भर्ती 24 घंटे के अंदर 17 मरीजों की मौत हो गई। यह घटना 10 अगस्त को एक दिन के अंदर पांच मरीजों की मौत के बाद सार्वजनिक और राजनीतिक आक्रोश के रूप में सामने आई है।
प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चला है कि मरने वाले अधिकांश मरीज़ आईसीयू में भर्ती थे, लेकिन सीएसएमएम अस्पताल के अधिकारियों द्वारा अभी तक मरेन वालों की निश्चित संख्या की पुष्टि नहीं की गई है। अधिकारियों ने कहा कि वे मौतों के कारणों का विश्लेषण कर रहे हैं। ऐसा पता चला है कि कई मरीज़ बुजुर्ग हैं और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
ज्ञात हो कि यह अस्पताल शहर का एकमात्र तृतीय स्तर का अस्पताल है और इसमें विशेष रूप से उपनगरों और यहां तक कि पड़ोसी जिलों से रोगियों की भारी भीड़ देखी जाती है। सिविल अस्पताल के नवीनीकरण के कारण अस्थायी स्थानांतरण के कारण भी कई मरीजों को स्थानांतरित किया गया है, जिससे यहां भार बढ़ गया है।
पूर्व महापौर और शिवसेना के नेता नरेश म्हस्के ने कहा कि उन्होंने मौतों के कारणों की जांच के लिए निगम से संपर्क किया है। नगर निगम आयुक्त अभिजीत बांगर की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।
