महाकुंभ 2025 का समापन हो चुका है, लेकिन इसकी दिव्यता, भव्यता और सेवा भावना की यादें हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो गई हैं। अगले छह साल बाद लगने वाले कुंभ तक के लिए श्रद्धालु तो विदा हो चुके हैं, लेकिन इस आयोजन को सफल बनाने वाले नायकों को प्रयागराज ने सम्मान देकर आभार जताया। सरकारी, अर्ध-सरकारी और निजी संस्थाओं से जुड़े वे सभी लोग, जिन्होंने पिछले चार महीनों से दिन-रात मेहनत कर इस आयोजन को यादगार बनाया, नगर निगम द्वारा आयोजित समारोह में सम्मानित किए गए। महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी और नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने सफाईकर्मियों से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक को इस अभूतपूर्व आयोजन में उनकी भूमिका के लिए सराहा।

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महाकुंभ 2025 के सफल समापन के बाद उन अनसंग हीरोज को सम्मानित किया गया, जिन्होंने दिन-रात मेहनत कर इसे दिव्य और भव्य बनाने में अहम भूमिका निभाई। नगर निगम अधिकारियों, कर्मचारियों और सफाई कर्मियों के अथक प्रयासों को सराहते हुए महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी और नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने विशेष समारोह में उनका अभिनंदन किया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि प्रयागराज की स्वच्छता और व्यवस्थाओं की मिसाल अब देश-विदेश में दी जा रही है।

“श्रद्धालुओं की सेवा में कोई भेदभाव नहीं”

सम्मान समारोह में महापौर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी ने कहा कि महाकुंभ सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन था। “हर धर्म, हर जाति के लोगों ने इसमें अपनी आस्था और सेवा जोड़ी। मंदिर-मस्जिद सबके लिए खुले, लोगों ने श्रद्धालुओं के लिए अपने घरों, दुकानों और रसोई तक के दरवाजे खोल दिए। यह एक ऐतिहासिक उदाहरण है, जो दर्शाता है कि प्रयागराज की आत्मा कितनी विशाल और समर्पित है।”

“दोगुनी जिम्मेदारी, चार गुनी मेहनत की जरूरत”

महापौर ने कहा कि इस महाकुंभ में मिली सफलता को बनाए रखना अब और बड़ी चुनौती है। “हमने जो ऊंचाई हासिल की है, उसे बरकरार रखने के लिए हमें दोगुनी जिम्मेदारी और चार गुनी मेहनत करनी होगी। प्रयागराज अब सिर्फ ऐतिहासिक नगरी नहीं, बल्कि स्वच्छता और सेवा का एक नया मानक बन चुका है।” उन्होंने सफाई कर्मियों और नगर निगम के पूरे स्टाफ की सराहना करते हुए कहा कि उनकी मेहनत के बिना यह संभव नहीं था।

“आपकी मेहनत 30 विश्वविद्यालय कर रहे स्टडी”

नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने सभी कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा, “आपने सिर्फ सफाई नहीं, बल्कि इतिहास रच दिया। आपकी कार्यशैली को अब 30 विश्वविद्यालय पढ़ और स्टडी कर रहे हैं। केंद्र सरकार और कई राज्यों की टीमें इस मॉडल को समझने प्रयागराज आईं। यह सब आपकी लगन और मेहनत का नतीजा है।” उन्होंने आगे कहा कि रैंडम सर्वे में 85% श्रद्धालुओं ने इस महाकुंभ को अपनी जिंदगी का सबसे यादगार अनुभव बताया।

“लीडरशिप और टीमवर्क ने किया कमाल”

नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग ने कहा कि यह सिर्फ प्रशासन की सफलता नहीं, बल्कि सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। “महापौर की लीडरशिप, पार्षदों का सहयोग और सफाई कर्मियों की अथक मेहनत ने इस महाकुंभ को दिव्य और भव्य बना दिया। ग्राउंड लेवल पर काम करने वाली पूरी टीम बधाई की पात्र है।”

सफाई कर्मियों से लेकर अधिकारियों तक का हुआ सम्मान

सम्मानित किए गए प्रमुख नामों में अपर नगर आयुक्त अमरीश कुमार बिंद, दीपेंद्र यादव, अरविंद कुमार राय, सहायक नगर आयुक्त दीपशिखा पांडेय, मुख्य अभियंता सतीश कुमार, संजय कटियार, जीएम जलकल कुमार गौरव, डॉ. महेश कुमार, प्रमोद कुमार द्विवेदी, संजय रथ, नवनीत और अन्य जोनल अफसर शामिल थे। सफाई कर्मियों में सत्यम कुमार पाल, हर्ष कुमार तिवारी, कुंदन सिंह, रीता देवी और मनोज को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

इसके अलावा, नगर निगम के सेवानिवृत्त हो रहे मुख्य अभियंता सतीश कुमार को भी विदाई दी गई। महापौर और नगर आयुक्त ने उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके योगदान के लिए आभार प्रकट किया।