Maha Kumbh Mela Stampede: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला में बुधवार को सुबह भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गए और इसमें कई लोगों के हताहत होने की आशंका है। हालांकि सटीक आकड़े अभी तक साफ नहीं है, लेकिन अधिकारियों की तरफ से कहा गया है कि घायलों को कुंभ मैदान में लगे केंद्रीय अस्पताल में ले जाया गया है। आज मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ मेले में कम से कम 10 करोड़ तीर्थयात्रियों के आने के आसार हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से संगम नोज ना जाने की अपील की है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और प्रमुख सचिव (गृह) समेत आला अधिकारी हालात का जायजा ले रहे हैं। साथ ही जनसत्ता भी ग्राउंड से सीधे आपके के पास हर बड़ी जानकारी पहुंचा रहा है। जानें अब तक क्या-क्या हुआ।
महाकुंभ मेला में कब मची भगदड़
यह भगदड़ बुधवार को लगभग 2 बजे के आसपास हुई है। जब खचाखच भरी भीड़ संगम नोज पर जमा हो गई है। हताहतों की संख्या अभी कुछ साफ नहीं है। प्रत्यशदर्शियों ने बताया कि अफरा-तफरी मच गई थी। उन्होंने बताया कि कई लोग गिर गए और हर तरफ से धक्का-मुक्की हो रही थी। सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि यह घटना अखाड़ा मार्ग पर हुई, जब बड़ी संख्या में लोग संगम नोज की ओर बढ़ रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को लांघने की कोशिश में कुछ श्रद्धालु घायल हो गए।
अधिकारियों ने क्या बताया?
महाकुंभ में भगदड़ की घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद आला अधिकारी घटना वाली जगह पर पहुंचे और घायलों को मेले में मौजूद हॉस्पिटल ले गए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई अखाड़ों ने अमृत स्नान को रद्द कर दिया था। हालांकि, बाद में इसे फिर से शुरू कर दिया गया है। मेले में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स की एक टीम तैनात की गई है।
पीएम मोदी ने सीएम योगी से की बात
प्रधानमंत्री ने महाकुंभ मेला में हुआ हादसे के बाद लगातार स्थिति पर नजर बनाए रखी। उन्होंने सीएम योगी को एक नहीं बल्कि कई बार फोन किया और हालात की जानकारी ली। पीएम मोदी ने कहा कि मैं महाकुंभ में जो दुःखद हादसा हुआ है, उस हादसे में हमें कुछ पुण्यात्माओं को खोना पड़ा है, कई लोगों को चोट भी आई है। मैं प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
सीएम योगी आदित्यनाथ की अपील
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कई करोड़ तीर्थयात्री पवित्र स्नान कर चुके हैं। प्रशासन अपना काम कर रहा है। मैं श्रद्धालुओं, संतों से अपील करता हूं कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें, वे कहीं भी पवित्र स्नान कर सकते हैं, संगम तट पर डुबकी लगाना जरूरी नहीं है। यह जरूरी है। बुजुर्ग, बच्चे और सांस की बीमारी वाले लोग कहीं भी पवित्र स्नान कर लें, हर जगह गंगा जल है। हम उनसे सहयोग चाहते हैं, तभी हम सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित कर पाएंगे। जो लोग घायल हुए हैं, उनका इलाज किया जा रहा है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें। वहां करीब 9-10 करोड़ लोग मौजूद हैं। लोगों को प्रशासन के निर्देशों का पालन करना चाहिए।
संगम नोज क्या है जहां महाकुंभ में मची भगदड़? शाही अखाड़ों से क्या है इसका संबंध
कांग्रेस सरकार ने यूपी सरकार की आलोचना की
कांग्रेस पार्टी ने भगदड़ जैसी स्थिति के बाद महाकुंभ में ‘आधे-अधूरे’ इंतजामों के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाली यूपी सरकार पर निशाना साधा। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आधे-अधूरे इंतजाम, वीआईपी मूवमेंट, प्रबंधन से ज्यादा आत्मप्रचार पर ध्यान देना और कुप्रबंधन इसके लिए जिम्मेदार हैं।” उन्होंने कहा, “हजारों करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद ऐसी व्यवस्था निंदनीय है।” खड़गे के सुर में सुर मिलाते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “कुप्रबंधन और प्रशासन का आम श्रद्धालुओं के बजाय वीआईपी आवाजाही पर विशेष ध्यान इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार है।” उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा , “महाकुंभ में अभी बहुत समय बाकी है, कई और महास्नान होने हैं। सरकार को आज जैसी दुखद घटना को फिर से होने से रोकने के लिए व्यवस्था में सुधार करना चाहिए।” गांधी ने कहा, ‘‘वीआईपी संस्कृति पर अंकुश लगाया जाना चाहिए और सरकार को आम श्रद्धालुओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए।’’
महाकुंभ में आज क्यों थी भीड़?
आज (29 जनवरी) मौनी अमावस्या के कारण पवित्र स्नान के लिए सबसे शुभ दिनों में से एक है। मौनी अमावस्या हिंदू कैलेंडर के अनुसार माघ कृष्ण अमावस्या के दिन पड़ती है। यह सभी विशेष स्नान तिथियों में सबसे शुभ तिथि मानी जाती है। छह हफ्ते तक चलने वाले इस पर्व में मौनी अमावस्या सबसे पवित्र दिन माना जाता है। यह शुभ समय 28 जनवरी को शाम 7:35 बजे से शुरू होकर 29 जनवरी को शाम 6:05 बजे तक रहेगा। अधिकारियों को उम्मीद है कि आज महाकुंभ में कम से कम 10 करोड़ लोग पवित्र स्नान के लिए आएंगे। भारतीय रेलवे किसी शहर से सबसे बड़ी ट्रेन चलाने के लिए पूरी तरह तैयार है।
अखिलेश यादव ने महाकुंभ का प्रबंधन सेना को सौंपने के लिए कहा
समाजवादी पार्टी के मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सुझाव दिया कि महाकुंभ का प्रशासन और प्रबंधन उत्तर प्रदेश सरकार के बजाय सेना को सौंपा जाना चाहिए। यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “अब जब ‘विश्व स्तरीय व्यवस्था’ के दावों के पीछे की सच्चाई सामने आ गई है, तो जो लोग ये दावे कर रहे थे और झूठा प्रचार कर रहे थे, उन्हें इस दुर्घटना में मारे गए लोगों की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिए।” 1954 में मची थी सबसे बड़ी भगदड़ पढ़ें पूरी खबर…