प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में शनिवार को दुनियाभर के राजनयिकों का बड़ा जमावड़ा लगेगा। 77 देशों के मिशन प्रमुख, उनकी पत्नियां और अन्य अधिकारी मिलाकर 118 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज महाकुंभ का दौरा करेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि यह दौरा भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को करीब से देखने का एक अनूठा अवसर होगा। इन राजनयिकों में दक्षिण अमेरिका, रूस, यूक्रेन, अफ्रीका, जर्मनी, इटली, मैक्सिको, जापान, नेपाल समेत कई देशों के राजनयिक शामिल होंगे। हालांकि अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड और चीन के राजनयिकों ने कुछ विशेष कारणों से प्रयागराज पहुंचने का कार्यक्रम रद कर दिया है।
महाकुंभ को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक मेला माना जाता है, जहां हर दिन लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। अब तक 31 करोड़ से अधिक श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं। यह आयोजन सिर्फ आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक विरासत और सांस्कृतिक शक्ति को प्रदर्शित करने का एक बड़ा अवसर भी है। विदेशी राजनयिकों का यह दौरा महाकुंभ की भव्यता को और अधिक महत्व देगा।
विदेशी राजदूतों ने जताई उत्सुकता
भारत में जापान के राजदूत केइची ओनो (Keiichi ONO) ने महाकुंभ मेले को लेकर अपनी उत्सुकता जाहिर की है। उन्होंने कहा, “मुझे बहुत खुशी है कि राज्य सरकार और विदेश मंत्रालय राजनयिकों के लिए इस यात्रा की व्यवस्था कर रहे हैं। महाकुंभ मेला एक बहुत ही खास आयोजन है, खास तौर पर इस साल। इसलिए मैं हिंदू संस्कृति को समझने के लिए वहां जाने के लिए उत्सुक हूं।”
इसी तरह भारत में एस्टोनिया की राजदूत मार्जे लूप (Marje Luup) ने भी महाकुंभ में अपनी भागीदारी को लेकर उत्साह जताया। उन्होंने कहा, “मैं इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने के लिए बहुत उत्साहित हूं। यह भारत और हम सभी के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण अवसर है। एस्टोनिया से 70 आगंतुक भी महाकुंभ में जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय ने हमें वहां जाने का जो मौका दिया, उसके लिए मैं बहुत आभारी हूं। हममें से कुछ लोग वहां डुबकी भी लगाएंगे।”
उपराष्ट्रपति भी पहुंचेंगे, स्नान-पूजन के बाद करेंगे संतों से मुलाकात
देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शनिवार को प्रयागराज पहुंचेंगे और महाकुंभ मेले का दौरा करेंगे। बमरौली एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनका स्वागत करेंगे। उपराष्ट्रपति हेलीकॉप्टर से अरैल स्थित डीपीएस मैदान के हेलीपैड पर उतरेंगे और वहां से कार द्वारा वीवीआईपी जेटी पहुंचेंगे। इसके बाद वह मिनी क्रूज से संगम जाएंगे, जहां पवित्र त्रिवेणी में स्नान करेंगे। गंगा पूजन और आरती के बाद वह किले स्थित अक्षयवट और सरस्वती कूप में दर्शन करेंगे। इसके अलावा, वह बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर के दर्शन करेंगे और महाकुंभ के प्रमुख संतों से भेंटवार्ता करेंगे।
महाकुंभ में अब तक 54.26 लाख श्रद्धालु गंगा स्नान कर चुके हैं, जिनमें 10 लाख कल्पवासी और 44.26 लाख अन्य श्रद्धालु शामिल हैं। उधर, हाल ही में हुई भगदड़ की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की टीम मामले की पड़ताल कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गंगा पूजन में भाग लेंगे। वह लखनऊ से प्लेन द्वारा बमरौली एयरपोर्ट आएंगे और फिर हेलीकॉप्टर से डीपीएस के पास बने हेलीपैड पर उतरेंगे। इसके बाद वह उपराष्ट्रपति के साथ विभिन्न धार्मिक स्थलों का भ्रमण करेंगे। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री वसंत पंचमी अमृत स्नान पर्व की तैयारियों की समीक्षा करेंगे और संतों से मुलाकात कर महाकुंभ आयोजन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उपराष्ट्रपति शाम 4:05 बजे बमरौली एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
इस बीच, मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ से कुंभ का माहौल शोकाकुल है। बुधवार सुबह संगम तट पर हुई इस घटना में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए थे। हादसे की गंभीरता को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है, जो घटना के कारणों की जांच करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सिफारिशें देगा।
आयोग के सदस्यों ने शुक्रवार को प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की। सरकार ने आदेश दिया है कि आयोग एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे ताकि आगे ऐसी घटनाओं को टाला जा सके।
