कर्नाटक में हिजाब को लेकर छिड़े विवाद के बीच, मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर में एक महिला बुर्का पहनकर दर्शन करने पहुंची। राजस्थान की इस महिला श्रद्धालु ने यह कहकर सभी कौ हैरान कर दिया कि वह ‘जिन्न’ के आदेश पर बुर्का पहनकर मंदिर में दर्शन करने आई है। बाद में सुरक्षाकर्मियों की मदद से महिला को दर्शन कराया गया।

राजस्थान के भीलवाड़ा की रहने वाली लक्ष्मी नामक महिला अपने रिश्तेदार किशन, पिता डालचंद और मां के साथ दर्शन करने उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंची थी। सामान्यत: महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आने वाली महिला श्रद्धालु साड़ी या सलवार सूट में नजर आती है। गुरुवार को राजस्थान से आई ये महिला बुर्का पहनकर पहुंची तो सुरक्षाकर्मी सहित अन्य लोग हैरान रह गए थे।

इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने अधिकारियों से बात की और तब जाकर महिला को मंदिर में प्रवेश की इजाजत दी गई। महिला से पूछताछ करने के बाद एक महिला पुलिसकर्मी को साथ में दर्शन के लिए भेजा गया।

इस मामले में महाकाल थाने के प्रभारी मुनेंद्र गौतम का बयान आया है। उन्होंने कहा कि एक महिला के बुर्का पहनकर दर्शन के लिए मंदिर आने की सूचना मिली थी, जिसके बाद मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने इसकी जांच की। महिला के दर्शन करने के बाद उसे और उसके साथ रिश्तेदारों को थाने लाया गया।

पुलिसकर्मियों ने जब महिला से बुर्का पहनने का कारण पूछा तो उसने बताया कि ‘जिन्न’ का ऐसा आदेश था, जिसके वजह से वह बुर्का पहनकर मंदिर आई थी। वहीं, रिश्तेदारों का कहना था कि महिला की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। उनका कहना था कि महिला काफी दिनों से बुर्का पहनकर उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में दर्शन करने की जिद कर रही थी। उसकी जिद के कारण ही गुरुवार को महिला को लेकर रिश्तेदार मंदिर आए थे।

आधार कार्ड से महिला की पहचान होने के बाद उसे थाने से भेज दिया गया और हिदायत दी गई की आगे से बुर्का पहनकर मंदिर में प्रवेश करने से बचें, ताकि अन्य परेशानियों का सामना न करना पड़े।