मध्य प्रदेश में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद से कमलनाथ के इस्तीफे देने की खबर ने कई बार जोर पकड़ा है। गुरुवार को भी एक वक्त कहा गया कि कमलनाथ ने प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया है। ये भी कहा गया कि मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद उन्होंने ये फैसला लिया। लेकिन एमपी कांग्रेस ने एक्स प्लेटफॉर्म पर अलग ही कहानी बयां की है। उनकी तरफ से इस्तीफे वाली बात का खंडन किया गया है।

कमलनाथ ने इस्तीफा दिया या नहीं?

एक्स पर एमपी कांग्रेस ने लिखा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस्तीफे देने संबंधी खबर पूर्णतः असत्य एवं निराधार है. मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी इसका खंडन करती है। वैसे इससे पहले भी ऐसी ही खबर चली थी कि कमलनाथ ने इस्तीफा दे दिया, लेकिन तब भी खुद कांग्रेस ने सामने से आकर उन खबरों को खारिज कर दिया था। वैसे अभी के लिए कांग्रेस एक नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश शुरू कर चुकी है।

कमलनाथ का कैसा रहा नेतृत्व?

जानकारी के लिए बता दें कि कमलनाथ खुद अपनी सीट छिंदवाड़ा से अच्छे अंतर से जीते थे। लेकिन उम्मीद के मुताबिक वे कांग्रेस का प्रदर्शन नहीं करवा पाए। हार के बाद उनकी तरफ से बीजेपी को बधाई भी दी जा चुकी है। उन्होंने कहा है कि पार्टी उन लोगों की जरूरतों का ध्यान रखे जिन्होंने उन्हें वोट किया है। इसके अलावा कमलनाथ ने जाकर शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की और उन्हें इस बड़ी जीत की बधाई दी।

क्या रहे नतीजे?

चुनावी नतीजों की बात करें तो एमपी में कांग्रेस का इस बार सूपड़ा साफ हो गया। 230 विधानसभा सीटों वाले राज्य में बीजेपी ने दो तिहाई बहुमत दर्ज करते हुए 163 सीटें जीत लीं। वहीं कांग्रेस का आंकड़ा 66 सीटों पर सिमट गया। दूसरे राज्यों में भी कांग्रेस को ही झटका लगा और राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पार्टी ने अपनी सरकार गंवा दी।