सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने मंगलवार दोपहर लखनऊ में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मुलाकात की है। दोनों नेताओं की मीटिंग करीब एक घंटा चली। राजनीतिक गलियारों में इस मीटिंग को लेकर कयास लगने भी शुरू हो गए हैं। मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि ये साथ आने की कवायद भी हो सकती है।
राजभर ने मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि स्वतंत्र देव सिंह पिछड़े समाज के नेता और उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष हैं। हमारी उनकी शिष्टाचार मुलाकात थी। हमारे उनके व्यक्तिगत संबंध हैं। कुछ काम था उस संबंध में वो वहां गए थे। राजभर ने कहा कि इसका राजनीतिक मतलब कोई नहीं हैं। लोग इसका अर्थ का अनर्थ लगा रहे हैं। राजभर ने भाजपा के साथ गठबंधन की संभावनाओं को सिरे से खारिज करते हुये कहा कि वो गारंटी के साथ कह सकते हैं कि उनका समझौता भारतीय जनता पार्टी से नहीं होगा। बीजेपी को उत्तर प्रदेश से ओम प्रकाश राजभर ही नेस्तनाबूद करेगा।
उधर, पीटीआई के मुताबिक- भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व राजभर की मुलाकात के बाद दावा किया है कि दोनों नेताओं की मुलाकात में बातचीत सकारात्मक रही है। भाजपा व सुभासपा मिलकर उत्तर प्रदेश विधानसभा का आगामी चुनाव लड़ेंगे। ध्यान रहे कि राजभर और बीजेपी चीफ के बीच बैठक का आयोजन दयाशंकर की पहल पर ही किया गया। दोनों बलिया से आते हैं। इसी वजह से दोनों के बीच अच्छे ताल्लुकात हैं।
गौरतलब है कि राजभर ने छोटे-छोटे राजनीतिक दलों का ‘भागीदारी संकल्प मोर्चा’ बनाया हैं, जिसमें कई छोटे दल शामिल हैं। इस मोर्चे के गठन और 2022 के आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर वह एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से भी कई बार मिल चुके हैं। दोनों के बीच तालमेल के कयास भी लगाए जा रहे हैं। लेकिन आधिकारिक तौर पर अभी कुछ सामने नहीं आया है।
उधर, बीजेपी अध्यक्ष कीतरफ से मीटिंग को लेकर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। बीजेपी अभी तक इस मसले पर कुछ भी कहने से बच रही है।