उत्तर प्रदेश से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। रविवार सुबह उत्तर प्रदेश के प्रेमपुर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर देखने के बाद एक मालगाड़ी के लोको-पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। ट्रेन कानपुर से प्रयागराज जा रही थी। रेलवे पुलिस ने सिलेंडर को ट्रैक से हटाया और मामले की जांच कर रही है। अब ये साजिश है या संयोग, इसका पता जांच के बाद ही चलेगा।

ट्रैक पर रखा था खाली सिलेंडर

उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ ने कहा, “आज (22 सितंबर) सुबह 5:50 बजे प्रेमपुर स्टेशन पर ड्राइवर द्वारा ट्रैक पर गैस सिलेंडर पड़ा हुआ देखने के बाद कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही एक मालगाड़ी को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोक दिया गया। रेलवे IOW (कार्य निरीक्षक), सुरक्षा और अन्य टीमों ने सिलेंडर की जांच की और उसे पटरियों से हटा दिया। निरीक्षण करने पर पता चला कि 5-लीटर सिलेंडर खाली था।”

कुछ दिन पहले एलपीजी सिलेंडर से टकराई थी ट्रेन

बता दें कि कुछ दिन पहले ही प्रयागराज-भिवानी कालिंदी एक्सप्रेस के पटरियों पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा जाने के बाद एक बड़ा हादसा टल गया था। पटरी पर एलपीजी सिलेंडर रखकर कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश की गई थी। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की थी। फोरेंसिक टीम को बुलाया गया था और रेलवे सुरक्षा बल भी मामले की जांच कर रहा है।

रात में ट्रेन बे-पटरी करने की एक और साजिश? ट्रैक पर लोहे का पोल देख ड्राइवर ने लगाए इमरजेंसी ब्रेक, फिर किया ये काम

लोको पायलट ने सिलेंडर देखने के बाद इमरजेंसी ब्रेक लगाया था। ट्रेन रुकने से पहले सिलेंडर से टकराई लेकिन टक्कर के कारण सिलेंडर पटरी से दूर चला गया। एक मोलोटोव कॉकटेल भी बरामद किया गया था।

17 अगस्त को भी हुआ था हादसा

17 अगस्त को वाराणसी-अहमदाबाद साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे कानपुर के पास ही पटरी से उतर गए थे। इंजन एक पत्थर से टकरा गया था।रेलवे ने एक बयान में कहा था कि बिलासपुर रोड और रुद्रपुर शहर के बीच रेलवे ट्रैक पर छह मीटर लंबी लोहे की रॉड पाई गई थी। लोको पायलट ने रॉड को देखने के बाद इमरजेंसी ब्रेक लगाए और ट्रैक को साफ किया।