लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान जल्द हो सकता है। सात जनवरी से 10 जनवरी तक चुनाव आयोग राज्यों का दौरा करने वाला है। माना जा रहा है कि आंध्र प्रदेश और दक्षिण के दूसरे राज्यों का दौरा पहले किया जाएगा, उसके बाद दूसरे राज्यों तक जाने की तैयारी है। ये एक औपचारिक प्रक्रिया है जो हर बार लोकसभा चुनाव से पहले की जाती है।
इस बार के चुनाव की बात करें तो मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन का रहने वाला है। एक तरफ बीजेपी सत्ता वापसी की कोशिश करने वाली है तो वहीं दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन को इस बार जीत की हैट्रिक को रोकना है। इस समय बीजेपी की तरफ से चुनाव की तैयारी शुरू कर दी गई है, राम मंदिर को केंद्र में रखते हुए पार्टी ने अपनी रणनीति तैयार की है। इस बार ओबीसी वोट के साथ, लाभार्थी वोटबैंक को भी साथ लाने की तैयारी है। इसके अलावा महिला वोटरों को भी एकमुश्त करने पर जोर दिया जा रहा है।
दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन की बात करें तो अभी तक सीट शेयरिंग पर कोई फैसला नहीं हो पाया है। चार बैठकें जरूर हो चुकी हैं, लेकिन कई दलों के बीच में तल्खी देखने को मिल रही है। सबसे ज्यादा चुनौतियां कांग्रेस के सामने खड़ी हैं जिसे इस बार सबसे कम सीटों पर चुनाव लड़ने को मिल सकता है। असल में दिल्ली-पंजाब में आम आदमी पार्टी बड़ा दिल दिखाने को तैयार नहीं है, बंगाल में ममता की नाराजगी जगजाहिर है, यूपी में कांग्रेस की स्थिति उतनी अच्छी नहीं।