लोकसभा में सोमवार (8 अगस्त) को नील गायों द्वारा किसानों की फसलें बर्बाद करने, झारखंड की अधूरी परियोजनाओं को पूरा करने और आरएमपी डॉक्टरों को मान्यता देने समेत विभिन्न लोक महत्त्व के मुद्दे उठाए गए। सदन में शून्यकाल के दौरान भाजपा के राम प्रसाद सरमा ने तेजपुर से दिल्ली और तेजपुर से कोलकाता-दिल्ली के लिए सीधी विमान सेवा शुरू करने की मांग की। तेलुगू देशम पार्टी के जयदेव गल्ला ने आरएमपी डाक्टरों की ग्रामीण स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार ने इन डाक्टरों को मान्यता देने के लिए एक समिति का गठन किया है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से आरएमपी डाक्टरों के लिए एक समान नीति बनाने की मांग की और कहा कि हर राज्य की अलग-अलग नीतियों के कारण इन डॉक्टरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गल्ला ने कहा कि इससे ग्रामीण इलाकों में डाक्टरों की कमी की समस्या सुलझाने में भी मदद मिलेगी।
भाजपा के रामचरण निषाद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र मछलीशहर का मामला उठाया और कहा कि ओलावृष्टि के बाद अब किसानों को नील गायों और जंगली सूअरों से खतरा पैदा हो गया है जो उनकी फसल को नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार इस मामले में उदासीन बनी हुई है। भाजपा के निशिकांत दुबे ने झारखंड में अधूरी परियोजनाओं का मामला उठाया और इसके लिए एक संबंधित कानून में संशोधन की केंद्र सरकार से मांग की।
सपा के रवि प्रकाश वर्मा ने पोर्नोग्राफी और ड्रग से जुड़े संगठित अपराध का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में महिलाएं इसकी शिकार होती हैं। उन्होंने कहा कि भोली भाली लड़कियों को फंसा कर उनका वीडियो बना लिया जाता है। उन्होंने कहा कि कई ऐसी एजंसियां हैं जो 20 से 25 हजार रुपए में इन वीडियो को खरीद लेती हैं। उन्होंने सरकार से इस संबंध में सक्रिय कदम उठाने की मांग की। उपसभापति पीजे कुरियन ने भी इसे गंभीर मुद्दा बताया और कहा कि सरकार को इस पर गौर करना चाहिए।
शून्यकाल में ही इनेलो के राम कुमार कश्यप ने सांसद निधि (एमपीलैड) से जुड़ा एक मुद्दा उठाते हुए मांग की कि इसके तहत मौजूदा संपत्ति के रखरखाव पर भी खर्च किए जाने की अनुमति दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मौजूदा नियमों के तहत सांसद निधि को संपत्ति के रखरखाव पर खर्च नहीं किया जा सकता। कांग्रेस सदस्य एस कुजूर ने पिछले दिनों असम में हुए उग्रवादी हमले का मुद्दा उठाया और उग्रवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने की मांग की। उनकी ही पार्टी के रिपुन वोरा ने दावा किया कि ऐसे हमले के संबंध में पहले से ही खुफिया जानकारी थी लेकिन राज्य सरकार ने उस पर कार्रवाई नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस हमले के करीब 45 मिनट बाद वहां पहुंची।
मनोनीत सदस्य केटीएस तुलसी ने किसानों की आत्महत्याएं जारी रहने का मुद्दा उठाया और उनके संकट को दूर किए जाने पर बल दिया। कांग्रेस की छाया वर्मा ने छत्तीसगढ़ में करीब 35 लाख राशन कार्ड निरस्त किए जाने का मुद्दा उठाया। अन्नाद्रमुक के एके सेल्वाराज ने तमिलनाडु की एक पाइपलाइन परियोजना से जुड़ा मुद्दा उठाया और कहा कि इससे किसानों को भारी नुकसान होगा।