अजय जाधव
Lok Sabha Election 2019: एनसीपी नेता शरद पवार ने सोमवार को आगामी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। शरद पवार का कहना है कि अब वह युवा पीढ़ी को राजनीति में मौका देना चाहते हैं और इसीलिए खुद चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। एनसीपी अध्यक्ष ने सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बैठक की और इसी बैठक में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया। बैठक के बाद शरद पवार ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनसे आगामी लोकसभा चुनाव माधा सीट से लड़ने की अपील की, लेकिन अपने परिजनों से चर्चा के बाद यह तय किया है कि एक ही परिवार से ज्यादा लोगों को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। बता दें कि शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले बारामती से सांसद हैं, वहीं भतीजे अजीत पवार भी संसद सदस्य हैं।
पोता लड़ सकता है चुनावः ऐसी खबरें आ रही हैं कि शरद पवार का पोता पार्थ पवार आगामी लोकसभा चुनावों में किस्मत आजमा सकता है। खुद शरद पवार ने इस बात की जानकारी दी और बताया कि पार्थ मावल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकता है। पार्थ पवार, महाराष्ट्र के पूर्व डिप्टी सीएम रहे और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार का बेटा है। इससे पहले ऐसी खबरें थी कि शरद पवार महाराष्ट्र की माधा सीट से चुनाव लड़ेंगे! दरअसल माधा सीट पर पिछले 5 सालों के दौरान एनसीपी का दबदबा कमजोर पड़ा है। यही वजह थी कि पार्टी नेता शरद पवार को यहां से चुनाव लड़ाकर इस सीट को फिर से अपने पाले में करने की जुगत में थे। लेकिन अब शरद पवार के चुनाव ना लड़ने के ऐलान से पार्टी को झटका लगा है।
फडनवीस ने कसा तंजः वहीं शरद पवार के चुनाव ना लड़ने के ऐलान के बाद महाराष्ट्र के सीएम और भाजपा नेता देवेंद्र फडनवीस ने तंज कसा है। फडनवीस ने कहा कि “यह पीएम मोदी की बढ़ती लोकप्रियता की ओर इशारा कर रहा है। शरद पवार हवा का रुख भांप सकते हैं कि हवा किस तरफ बह रही है।” हालांकि चुनाव से डरने की खबरों पर शरद पवार ने कहा कि वह 14 बार चुनाव लड़ चुके हैं और कभी नहीं हारे। ऐसे में 15वीं बार भी चुनाव लड़ने से डर कैसा?
