Sharad Pawar Manifesto: शरद चंद्र पवार की पार्टी एनसीपी का घोषणापत्र आज जारी हो गया। इसे ‘शपथ पत्र’ नाम दिया गया है। शरद चंद्र पवार की पार्टी के इस घोषणापत्र में घरेलू उपयोग के लिए गैस, सरकारी नौकरियों और महिलाओं के लिए नौकरियों में आरक्षण को लेकर कुछ अहम घोषणाएं की गईं। घोषणापत्र जारी होने से पहले पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि हम सीमित सीटों पर ही चुनाव लड़ रहे हैं और हमने घोषणापत्र में कई मुद्दों की व्यवस्था की है।

एनसीपी-एससीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि हम आज अपना घोषणापत्र जारी कर रहे हैं। इसमें जो मुद्दें शामिल हैं, उन्हें हमारे नेता संसद में उठाएंगे। इस घोषणापत्र में कहा गया है कि सत्ता में आने पर जातीय जनगणना कराई जाएगी और जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण देने की कोशिश की जाएगी। सरकारी नौकरियों में संविदा भर्ती बंद कर दी जाएगी। अग्निवीर योजना को रद्द करने पर काम किया जाएगा। न्यायपालिका को आधुनिक बनाने का काम किया जाएगा।

शरद पवार गुट के घोषणापत्र में क्या बड़े वादे?

  • गैस की कीमतें 500 रुपए तक तय की जाएंगी।
  • पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करेंगे।
  • केंद्र सरकार में 30 लाख सरकारी नौकरियों की भर्तियां हैं। हम सत्ता में आने के बाद रिक्तियों को भरने पर जोर देंगे।
  • सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा।
  • एकल कर होना चाहिए जिससे राज्य को कर लगाने का अधिकार मिले, सरकार को शक्ति मिले।
  • डिग्री और डिप्लोमा पास करने के बाद छात्र को साढ़े आठ हजार की स्कॉलरशिप दी जाएगी।
  • स्कूल-कॉलेजों में सेफ्टी ऑडिट कराया जाएगा।
  • किसानों के लिए किसान आयोग बनाएंगे।
  • हम प्राइवेट कॉलेजों में आरक्षण पर काम करेंगे।
  • हम अग्निवीर योजना बंद कर देंगे।
  • हर गरीब महिला को 1 लाख सालाना।
  • आंगनबाड़ी कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए।
  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक आयोग की स्थापना।
  • स्वास्थ्य के लिए बजट आवंटन 4 फीसदी तक होगा।
  • हम शिक्षा के लिए बजटीय प्रावधान 6 फीसदी तक करेंगे।
  • कृषि और शैक्षणिक वस्तुओं पर शून्य फीसदी जीएसटी लगेगा।

वंदना चव्हाण ने घोषणा पत्र को लेकर क्या कहा

राज्यसभा सांसद वंदना चव्हाण ने कहा है कि शरद पवार गुट के घोषणापत्र में युवाओं, महिलाओं, युवतियों, किसानों, श्रमिकों, हाशिए के समूहों, अल्पसंख्यकों का ध्यान रखा गया है। शरद पवार और जयंत पाटिल ने घोषणापत्र बनाने में मेरी बहुत मदद की। उन्होंने यह भी कहा है कि यह घोषणापत्र कई लोगों से जानकारी लेकर तैयार किया गया है।