Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव नजदीक आते ही पश्चिम बंगाल में चुनावी समीकरण बदलते जा रहे हैं। यहां पर ममता बनर्जी की पार्टी ने 42 सीटों पर उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। वहीं, लेफ्ट ने भी 16 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। इसी बीच आज लोकसभा इलेक्शन में उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की मीटिंग हुई। सूत्रों के मुताबिक, बंगाल की 12 सीटों पर नाम फाइनल कर लिए गए हैं। वहीं, अधीर रंजन चौधरी को पार्टी फिर से मौका देगी।

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने अलायंस करने में दिलचस्पी दिखाई थी। लेकिन कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी को यह मंजूर नहीं था। साथ ही, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने साफ कर दिया था कि वह कांग्रेस पार्टी को दो से ज्यादा सीटें नहीं देगी। इसके बाद इन दोनों पार्टियों में बात नहीं बन सकी। ममता बनर्जी ने बंगाल में अकेले ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। उन्होंने अपने सभी प्रत्याशियों को 10 मार्च को ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक मंच पर खड़ा कर दिया।

क्या लेफ्ट और कांग्रेस में होगा गठबंधन?

टीएमसी से बात नहीं बनने पर कांग्रेस-लेफ्ट में अलायंस के आसार बनने की संभावना नजर आ रही है। हालांकि, लेफ्ट ने 16 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। लेकिन अभी भी 26 सीटों को लेकर कांग्रेस के लिए दरवाजा खुला रखा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आखिरकार वाममोर्चा और कांग्रेस में बात बनती हुई नजर आ रही है। इससे आगामी लोकसभा इलेक्शन में त्रिकोणीय लड़ाई देखने को मिल सकती है।

मुस्लिम वोटबैंक के बंटने की संभावना

बंगाल में टीएमसी, लेफ्ट और कांग्रेस का अपना-अपना मुस्लिम वोट बैंक है। आइएसएफ भी मुस्लिम वोटरों का भारी समर्थन होने का दम भर रही है। ऐसे में टीएमसी, कांग्रेस और लेफ्ट के बीच मुस्लिम वोट बंटने के आसार हैं। इन सबमें सबसे ज्यादा नुकसान में टीएमसी ही रहेगी। इसका फायदा बीजेपी को ज्यादा होने के आसार हैं। बता दें कि बंगाल में 30 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी है। इनकी भूमिका लोकसभा की 16 से 17 सीटों पर काफी अहम मानी जाती है।

बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी का दबदबा

2011 में सत्ता में आई तृणमूल कांग्रेस ने 2009 के बाद से राज्य में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें जीती हैं। बात की जाए विधानसभा चुनाव की तो यहां पर भी टीएमसी ने अपना कब्जा जमाया हुआ है। टीएमसी ने साल 2016 में 295 में से 211 सीटें जीतीं थी और साल 2021 के इलेक्शन में 215 सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस और लेफ्ट के ग्राफ में लगातार गिरावट नजर आ रही है। बीजेपी को इन सबमें फायदा होता हुआ नजर आ रहा है। पार्टी को विधानसभा चुनाव में 77 सीटें मिली थीं। बीजेपी इस बार भी बंगाल में बड़े टारगेट पर नजर गड़ाए हुए है।