देशभर में मुस्लिम धर्म गुरुओं द्वारा आए दिन जारी किए जाने वाले फतवों पर मुस्लिम समाज के ही लोगों की राय अलग-अलग है। कुछ लोग इसे बाध्यकारी मानते हैं तो कुछ लोग इसे बाध्यकारी महीं मानते हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश की एक लड़की द्वारा गीता का श्लोक पाठ करने पर फतवे की धमकी दी गई। हालांकि, छात्रा इससे डरी नहीं लेकिन इस बात पर विवाद पैदा हो गया कि क्या इस तरह से फतवे जारी करना जायज है। शुक्रवार (05 जनवरी) को न्यूज 18 इंडिया के कार्यक्रम आर पार में इसी पर लाइव डिबेट चल रहा था। डिबेट में सीपीएम नेता फवाद अली ने कहा कि इस तरह के फतवों को समाज गंभीरता से नहीं लेता है, इस पर बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा भड़क गए। उन्होंने सीपीएम नेता को चाइनीज करार दे दिया। इतना ही नहीं, संबित सीपीएम नेता को कहने लगे डोकलान वाले पीछे हटो, तुम्हारे पीएम शी जिनपिंग हैं।
कार्यक्रम में भाग लेते हुए गरीब नवाज फाउंडेशन के मौलाना अंसार रजा ने भी सीपीएम नेता की खिंचाई की तो सीपीएम नेता ने उन्हें भाजपाई करार दे दिया और कहा कि आपलोग भाजपा के इशारे पर भाजपा की भाषा बोलते हैं। संबित पात्रा ने इस पर भी आपत्ति जताई और कहा कि डोकलाम वाले को बाहर करो। डोकलाम वाले चीनी पीछे हटो।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित दारूल उलूम देवबंद ने कुछ दिनों पहले गीता श्लोक गाने वाली लड़की आलिया के खिलाफ फतवा जारी किया था। दारूल उलूम देवबंद ने कहा था कि गीता का श्लोक पढ़ना इस्लाम के खिलाफ है। इससे पहले दारूल उलूम के ऑनलाइन फतवा विभाग के चेयरमैन मुफ्ती अरशद फारुकी ने ऐसा करने को इस्लाम विरोधी बताया था। उन्होंने कहा कि किसी भी स्कूल की मुस्लिम बच्ची या बच्चे द्वारा ऐसा रूप रखना गैर इस्लामिक है और इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती। हालांकि, आलिया ने ऐसे इस्लामिक धर्मगुरुओं को करारा जवाब दिया था और कहा था कि उसने इस कॉम्पीटिशन में पुरस्कार जीता है, अपना धर्म नहीं बदल लिया है।
दारूल उलूम देवबंद ने डिजाइनर बुर्कों पर भी फतवा जारी किया है। दारुल उलूम ने महिलाओं के चुस्त बुर्के पहनने को इस्लाम में नाजायज करार दिया है।
देखें @AMISHDEVGAN के साथ देखें बड़ी बहस #AarPaar @sambitswaraj pic.twitter.com/w0HCznggia
— News18 India (@News18India) January 5, 2018
