आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली के आठवें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली और अपने मंत्रियों, विधायकों एवं कार्यकर्ताओं को ‘अहंकार’ से बचने की सलाह देते हुए दिल्ली को देश का पहला भ्रष्टाचार मुक्त राज्य बनाने का वादा किया।
दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में भारी जनसमूह की मौजूदगी में उपराज्यपाल नजीब जंग ने केजरीवाल तथा छह अन्य मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी । इन छह मंत्रियों में मनीष सिसौदिया, आसिम अहमद खान, संदीप कुमार, सत्येन््रद जैन, गोपाल राय और जितेन््रद सिंह तोमर शामिल हैं।
शपथ समारोह के तुरंत बाद 46 वर्षीय केजरीवाल ने अपने संबोधन में अपनी सरकार की प्राथमिकताएं गिनायीं और साथ ही अपनी पार्टी के लागों को अहंकार के प्रति सचेत किया ।
उन्होंने कहा, ‘‘जब इतनी बड़ी सफलता मिल जाए तो अहंकार जाग सकता है। जब अहंकार जाग जाए तो फिर कुछ भी नहीं बचता। ऐसे में सभी मंत्रियों, सभी विधायकों एवं कार्यकर्ताओं को चौकन्ना रहना होगा और सतत यह देखना होगा कि कहीं अहंकार तो नहीं जाग गया।’’
केजरीवाल ने भ्रष्टाचार और सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ कदम उठाने, वीआईपी कल्चर को समाप्त करने और दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की दिशा में प्रयास करने का भी वादा किया।
केजरीवाल ने इस संबंध में पार्टी के कुछ नेताओं की ओर से देश के अन्य राज्यों में ‘आप’ के चुनाव लड़ने को लेकर दिए गए बयानों का जिक्र किया और कहा कि इससे लगता है कि अहंकार आ रहा है। ‘‘
उन्होंने कार्यकर्ताओं को चेताते हुए कहा ‘‘, कांग्रेस को लोगों ने हराया क्योंकि उसमें अहंकार आ गया था। भाजपा को पिछले वर्ष मई में जबर्दस्त सफलता मिली लेकिन इस बार चुनाव में उसे लोगों ने हराया क्योंकि भाजपा में अहंकार आ गया था। हमें इससे बचना है।’’