मध्यप्रदेश के ग्वालियर में एक परिवार ने अपने पड़ोसी से तंग आकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। 25 सदस्यों वाले ब्राह्मण परिवार ने पत्र के माध्यम से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कहा है कि अगर उन्हें मदद नहीं मिलेगी तो वो इस्लाम धर्म को अपना लेंगे। परिवार का आरोप है कि उनका पड़ोसी उन्हें एससी, एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देता है।
परिवार की तरफ से ग्वालियर के डीएम को भी ज्ञापन दिया गया है। परिवार ने कहा है कि पड़ोसी परिवार के कुछ सदस्य बात-बात पर उनलोगों के साथ मारपीट करते हैं और साथ ही एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी भी देते हैं। पुलिस और हिंदू संगठन की तरफ से भी उन्हें कोई मदद नहीं मिल रही है। ऐसे में मुस्लिम समाज ही उनकी मदद करेगा। हालांकि पुलिस की तरफ से अब परिवार को समझाया गया है और सुरक्षा का भरोसा दिया गया है।
ग्वालियर के एएसपी सत्येंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि इस मामले को लेकर दोनों ही पक्ष को बुलाया गया था। दोनों को ही समझाया गया है कि प्रशासन और पुलिस उनकी मदद के लिए तैयार है। ग्वालियर के एसपी ने मामले के सुलझ जाने का दावा किया है। एसपी ने कहा है कि परिवार ने अब धर्म परिवर्तन करने के विचार को त्याग दिया है। इधर इस मामले को लेकर सोशल मीडिया में जमकर चर्चा हो रही है।
बताते चलें कि माधवगंज के आपागंज स्थित पूजा विहार कॉलोनी में रहने वाले पंडित अजय शर्मा पुत्र सुरेश शर्मा अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनके आसपास कुछ अन्य हिंदू परिवार के लोग भी रहते हैं। लेकिन परिवार का कहना है कि एक उमरैया परिवार उन्हें लगातार परेशान करता है।
क्या है एससी एसटी एक्ट: अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगें की सुरक्षा के लिए एससी एसटी एक्ट 30 जनवरी 1990 को देश में लागू किया गया था। इसका उद्देश्य अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को सार्वजनिक सुरक्षा मुहैया कराना है।