बिहार के सीएम रहे लालू प्रसाद यादव लाजवाब हैं। अपनी हरकतों से वह लोगों को लोटपोट अपना बना ही लेते हैं। 2014 के एक चुनाव में लालू का एक वीडियो खासा चर्चा का विषय बना। रैली की कवरेज कर रहे एक पत्रकार का कैमरा लेकर लालू खुद ही कवरेज करने लगा। उन्होंने कैमरा जर्नलिस्ट के हाथ से लेकर पब्लिक की तरफ घुमाया और फिर वापस उसे पकड़ा दिया। जनसमूह उनकी इस हरकत से बाग-बाग हो गया।

पब्लिक से कनेक्ट के मामले में RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का कोई जोड़ नहीं। अपनी अजीबोगरीब हरकतों से वह लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींच ही लेते हैं। अपनी इन्हीं अदाओं से उन्होंने लगातार 15 साल तक बिहार पर शासन किया। लालू अक्सर अपनी सभाओं में ऊट पटांग हरकते करते देखे जाते हैं। दरअसल, इस तरह के काम करके वह जनता को अपना मुरीद बना लेते हैं।

इस घटना में भी लालू जर्नलिस्ट का कैमरा वापस उसे थमाकर इशारा करते हैं। वह शायद उससे कहते हैं कि उन्हें भाषण पूरा करने दे। कैमरानमैन को वह इशारा करके कहते हैं कि वह भीड़ में जाकर खड़ा रहे और वहीं से कवरेज करे। लेकिन उनका अंदाज इस कदर बेलाग था कि लोग ठहाका लगाकर हंस पड़े।

बिहार में हो रही इस सभा में भी लालू ठेठ बिहारी शैली में लोगों से मुखातिब होते हैं। कुछ अपनी और कुछ दूसरी की कहते हैं। किसी एक प्रसंग में वह बिहार विधानसभा के अध्यक्ष की बात करते हैं तो लोग हंस हंसकर लोटपोट होने लगते हैं। दरअसल, लालू उनका जिक्र करते समय अपने बाएं हाथ को ऊंचा उठाकर कहते हैं…वहां से, वहां से। लोग ठहाका लगाने लगते हैं।

लालू इस दौरान नक्सली का जिक्र करके शांति की बात करते हैं। वह दिवंगत राम विलास पासवान की चर्चा भी करते सुने जाते हैं। आखिर में वह अपनी पार्टी के उम्मीदवार का हाथ थामकर उसे अपने बगल में खड़ा कर लेते हैं। लोगों से वह कहते हैं कि लालटेन के आगे बटन दबाकर इनको चुनाव जिता देना। जनता लालू की हां में हां मिलाती है और RJD सुप्रीमो दूसरी रैली में जाने की तैयारी करने लगते हैं।