यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा पर देशभर में हंगामा मच गया है। कांग्रेस, सपा, टीएमसी ने इस घटना की निंदा करते हुए कार्रवाई की मांग की है। विपक्ष यूपी सरकार पर लगातार हमले कर रहा है।
ऐसे में न्यूज चैनल आज तक के शो हल्ला बोल में बीजेपी प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी यूपी सरकार का बचाव करने के लिए 26 जनवरी की याद दिलाते हुए दिखे।
लखीमपुर हिंसा पर शलभ मणि ने कहा कि ये घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन वो कौन लोग थे जो ये चाहते थे कि ये आंदोलन खूनी अंजाम तक पहुंचे। जब लाल किले पर अटैक हुआ था तब क्या कांग्रेस, बसपा और सपा की तरफ से आलोचना हुई थी?
उन्होंने कहा कि क्या उस दौरान विपक्ष में रहते हुए इन पार्टियों की जिम्मेदारी नहीं बनती थी कि इस देश की मर्यादा के साथ खिलवाड़ ना हो।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी में पिछले 11 महीनों से किसान आंदोलन कर रहे थे, लेकिन कभी कुछ नहीं हुआ, लेकिन अब उसे इस अंजाम तक पहुंचाया गया। अगर हमने सख्ती नहीं की होती तो हम दूसरी तस्वीर देख रहे होता क्योंकि सपा, बसपा और कांग्रेस यही चाहती थी कि यूपी धूं-धूंकर जले।
वहीं डिबेट में मौजूद कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जिस व्यक्ति के बारे में बात हो रही है, वो मोदी सरकार में गृह राज्यमंत्री हैं, क्या ऐसे आदमी को अपने पद पर बने रहना चाहिए और उनके पद पर बने रहने से क्या निष्पक्ष जांच हो सकेगी?
उन्होंने कहा कि इस मामले में FIR तो हो नहीं रही थी, वो तक बहुत मुश्किल से हुई, अब आपको लगता है कि निष्पक्ष जांच हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के अंदर थोड़ी भी नैतिकता है, तो वह अपने पद से इस्तीफा दें। उन्होंने कहा कि अगर वो इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में रविवार को कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के काफिले की गाड़ियों ने कथित तौर पर कुचल दिया था। इस घटना में कुछ लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने की खबर है। इस दौरान हुए हंगामें में 3 गाड़ियों में आग भी लगा दी गई थी।