रेडियो कॉलर के काम करना बंद करने के तीन हफ्ते बाद मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में आखिरी स्वतंत्र चीता को वन्यजीव अधिकारियों ने ट्रैक किया है। निरवा (Nirva), मादा दक्षिण अफ्रीकी चीता (Female South African Cheetah), को कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) के धोरेट रेंज (Dhoret Range) में रविवार सुबह लगभग 10 बजे पकड़ लिया गया, जिससे अधिकारियों की एक बड़ी कवायद खत्म हो गई है। ये उनको रेडियो कॉलर से जुड़े मैगट इंफेक्शन के कारण जुलाई में दो नर चीतों की मौत से चिंतित थे। अधिकारी चीतों को आराम देने के लिए रेडियो कॉलर हटाकर उन्हें उनके बाड़ों में लौटा दिये हैं।

11 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति कर रही जीवित चीतों के स्वास्थ्य की निगरानी

मुख्य वन्यजीव वार्डन असीम श्रीवास्तव ने कहा कि कुनो राष्ट्रीय उद्यान में सभी 15 चीते (7 नर, 7 मादा और 1 मादा शावक) अब बोमा (बाड़े) में हैं और स्वस्थ हैं और कुनो पशु चिकित्सा टीम द्वारा स्वास्थ्य मापदंडों पर लगातार निगरानी की जा रही है। केंद्र ने 11 सदस्यीय विशेषज्ञ समिति को जीवित चीतों के स्वास्थ्य की निगरानी करने का काम सौंपा है, जिनके अपने बाड़ों में रहने और मानसून के मौसम के जाने का इंतजार कर रहे हैं।

अधिकारियों को 2 अगस्त को एक मादा चीता मृत मिली थी

वन्यजीव अधिकारियों को 2 अगस्त को एक मादा चीता, धात्री (Tiblisi) मृत मिली थी। तकनीकी कठिनाइयों के कारण निरवा (Nirva) का रेडियो कॉलर बंद होने से उनकी चिंताएं और बढ़ गईं। वन्यजीव अधिकारियों ने अंतिम मुक्त-चीते को ट्रैक करने के लिए पारंपरिक तरीकों पर भरोसा किया।

श्रीवास्तव ने कहा, “पिछले 22 दिनों से निरवा की तलाश जारी थी, तभी 21 जुलाई को उसके कॉलर ने काम करना बंद कर दिया। उसकी तलाश के लिए बड़े प्रयास किए गए।” वन्यजीव अधिकारियों ने इस काम के लिए 100 से अधिक फ़ील्ड कर्मचारियों को जुटाया, जिनमें नामीबिया के विशेषज्ञों सहित अधिकारी, पशुचिकित्सक और चीता ट्रैकर्स शामिल थे, जिन्होंने दैनिक आधार पर कुनो के 20 वर्ग किमी का निरीक्षण किया।

श्रीवास्तव ने कहा, “इसके साथ ही ग्रामीणों को निरवा के बारे में जानकारी दी गई। ग्रामीणों से प्राप्त किसी भी जानकारी की तुरंत जांच और सत्यापन किया गया।” अधिकारियों ने बताया कि निर्वा स्वस्थ दिख रहा है। अंधेरा होने के कारण उन्होंने रविवार को ऑपरेशन फिर से शुरू करने का फैसला किया।