भारत के पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव से पाकिस्तान में हुई उनकी मां और पत्नी की मुलाकात के दौरान पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा की गई अमर्यादित कार्यवाही पर भारत में रोष है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने जाधव की मां और पत्नी के कपड़े बदलवा लिए यहां तक कि उनके जूते भी उतरवाकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे। सुहागन को विधवा की तरह पेश किया गया। उनके शरीर पर से बिंदी, मंगलसूत्र भी उतरवा लिए गए थे। पाकिस्तानी अधिकारियों की कायराना हरकत पर गुरुवार (28 दिसंबर) को एबीपी न्यूज पर लाइव डिबेट चल रहा था। इसकी एंकरिंग अभिसार शर्मा कर रहे थे।
पाकिस्तान की तरफ से पुराने पेनलिस्ट तारिक पीरजादा थे। पीरजादा बात-बात पर भारतीयों और हिन्दुओं के खिलाफ बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हिन्दू झूठ बोलते हैं। इस पर बीजेपी के प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने पीरजादा का लाइव डिबेट में ही खरी-खोटी सुनाई। इतना ही नहीं एंकर अभिसार शर्मा ने पीरजादा को नपुंसक तक कह डाला और कहा कि आप में सच बोलने और सुनने की क्षमता नहीं है। इस बात से झल्लाए पीरजादा जोर-जोर से चिल्लाने लगे। उनका गला बैठ गया।
जब एंकर ने पाकिस्तानी अधिकारियों के रवैये पर सवाल किया तो पीरजादा ने कहा, भारतीय झूठ बोल रहे हैं और दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके जवाब में एंकर ने पारजादा को दहशतगर्द और निर्लज्ज कह डाला। पीरजादा को पाकिस्तानी अधिकारियों के व्यवहार पर तनिक भी शर्मिंदगी महसूस नहीं हो रही थी। वो बात-बात में भारतीयों पर ही तोहमत लगा रहे थे। जब अभिसार ने जाधव की मां-पत्नी से हुए दुर्व्यवहारों और मराठी में बात नहीं करने देने पर सवाल दागे तो पीरजादा निरुत्तर रह गए।
बता दें कि जासूसी के तथाकथित आरोप में पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव से सोमवार (25 दिसंबर) को उनकी मां अवंति और पत्नी चेतंकुल ने मुलाकात की थी। जिस कमरे में उनकी मुलाकात हुई वहां परिवार वालों और कुलभूषण जाधव के बीच शीशे की दीवार थी। एक तरफ कुलभूषण जाधव तो दूसरी तरफ उनकी मां और पत्नी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा की थी। तस्वीरों को देखने के बाद भारत में इस बात की चर्चा तेज हो गई थी और सवाल उठने लगे हैं कि मुलाकात से पहले कुलभूषण जाधव के साथ बर्बरता की गई है। उनके कान के पीछे और बाल मुंडवाए गए सिर पर इस तरह के निशान हैं जो बर्बरता की कहानी बयां करते हैं। इसके अलावा पाकिस्तान ने तय मानकों का भी पालन नहीं किया।