केरल के छोटे से शहर कोल्लम ने क्राइम के मामले में दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों को पीछे छोड़ दिया है। यह जानकारी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) की तरफ से दी गई है। NCRB द्वारा जारी किए गए ये आंकड़े 2015 के हैं। इसमें बताया गया है कि केरल के उस शहर में क्राइम रेट 1194.3 है। जो दिल्ली के क्राइम रेट 1066.2, मुंबई 233.2 और कोलकाता 170 से काफी आगे है। कोल्लम में 2015 में 13,257 क्राइम्स की शिकायत दर्ज हुई। यह पूरे भारत में हुए क्राइम का 2 प्रतिशत है। 2012 में याहू ने भी कोल्लम को भारत में महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक शहर माना था।

अगर अपराध के तरीकों की बात करें तो कोल्लम में 2015 में 172 मामले महिलाओं के शारीरिक शोषण के थे। 221 मामले पति या परिवार द्वारा घरेलू हिंसा के। बाकी राज्यों की तरह वहां भी दंगे होते हैं। साल भर में 217 केस दंगों के थे। लेकिन ये दंगे सामुदायिक नहीं थे। बल्कि कॉलेज के ग्रुप्स के थे। कोल्लम में सबसे ज्यादा रिपोर्ट्स एक्सीडेंट की होती हैं। रेश ड्राइविंग के वजह से वहां पिछले साल 1,303 हादसे हुए। वहीं ऐसे हादसों में दिल्ली 1,300 के साथ दूसरे नंबर पर है।

शिकायत दर्ज होना भी एक पहलू: केरल के इस राज्य में क्राइम के आंकड़े ज्यादा होने का एक दूसरा पहलू भी है। वह पहलू यह है कि यहां हर चीज की रिपोर्ट हो जाती है। शहर के छोटा होने की वजह से पुलिस तक शिकायत आसानी से पहुंच जाती है। वहीं केरल से बड़े राज्य जैसे बिहार, यूपी और बंगाल में क्राइम ज्यादा होता भी है लेकिन शिकायतें कम दर्ज होती हैं।

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