Kolkata Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक लेडी डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर केस की जांच सीबीआई के पास है और इस केस में अब तक सीबीआई कई संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है। केस का प्रमुख आरोपी संजय रॉय गिरफ्तर में है लेकिन वह लगातार अपने बयान बदल रहा है। सीबीआई ने जब उससे पूछताछ की तो उसका कहना था कि उसे फंसाया जा रहा है। दूसरी ओर सीबीआई के लिए सबसे बड़ी चुनौती मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष बनते नजर आ रहे हैं, जिससे पिछले 15 दिन से सीबीआई लगातार पूछताछ कर रही है लेकिन फिर भी सीबीआई के हाथ खाली नजर आ रहे हैं।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से सीबीआई लगातार पूछताछ कर रही है। संदीप घोष का सीबीआई ने पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया है, दिक्कत की बात यह है कि कथित तौर पर इस पॉलीग्राफ टेस्ट के बावजूद सीबीआई के हाथ कोई अहम कड़ी नहीं लगी है। संदीप घोष पर आरोप हैं कि उसने लेडी डॉक्टर के माता पिता गलत जानकारी दी, लेकिन उसको लेकर भी वह सीबीआई के सामने अलग-अलग तरह की बातें कर रहे हैं।
Kolkata Case में CBI के लिए चुनौती बने संदीप घोष
सीबीआई के सामने एक बड़ा सवाल यह भी है कि जब ले़डी डॉक्टर के साथ हुए इस जघन्य अपराध का पता चल चुका था, तो फिर यह जानकारी संदीप घोष को आधे घंटे की देरी से कैसे मिली? जांच में सामने आया कि प्रिंसिपल को जानकारी देने से पहले ही अस्पताल की अथॉरिटी ने पीड़िता के मां-बाप का फोन कर दिया था।
इसके चलते सवाल यह भी उठ रहा है कि जब संदीफ घोष को आधे घंटे बाद क्राइम की इन्फॉर्मेशन मिली थी तो फिर उस क्राइम सीन यानी सेमिनार हॉल में उनके ही सहयोगी लोग कैसे पहुंच गए थे? कथित तौर पर एक न्यूज चैनल ने यह भी बताया है कि संदीप घोष को तो केस की जानकारी 9 अगस्त सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर हुई थी, जबकि लेडी डॉक्टर का शव तो सुबह साढ़े 9 बजे ही पाया गया था।
संदीप घोष ने क्यों नहीं उठाया था फोन?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार लेडी डॉक्टर के साथ हुई इस घटना को लेकर पुलिस को जानकारी 10 बजकर 10 मिनट मिली थी। इन सवालों को लेकर डॉक्टर संदीप घोष का कहना है कि अस्पताल ने उन्हें ही आधे घंटे देरी से इन्फॉर्मेंशन दी थी। उनका कहना है कि उन्हें डॉक्टर संदीप घोष को क्राइम की जानकारी सुमित रॉय तापादार ने दी थी।
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संदीप घोष का कहना है कि वह पहले नहा रहे थे, जिसके चलते वह फोन नहीं रिसीव कर पाए थे। इसके बाद उन्होंने करीब 10 बजकर 20 मिनट पर कॉल बैक किया था और वे सुबह 11 बजे ऑफिस पहुंचे थे, और सारी केस पर सारी जानकारी हासिल की है।
गौरतलब है कि कोलकाता रेप केस में पिछले हफ्ते सीबीआई ने मुख्य आरोपी संजय रॉय का पॉलीग्राफ टेस्ट किया था। संजय रॉय ने भी केस में अपनी भूमिका को नकारा था और कहा था कि उसे फंसाया जा रहा है। इसके अलावा अन्य 6 संदिग्धों का भी पॉलीग्राफ टेस्ट कराया था, लेकिन इन सबके बावजूद अभी तक सीबीआई के हाथ कुछ भी नहीं लगा है, जो कि केंद्रीय जांच एजेंसी के लिए चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है।
