MSP की गारंटी के वास्ते कानून बनाने और कर्ज माफी सहित अपनी मांगों को लेकर हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच कर गए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा अपनी मांगों को लेकर भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। इस बीच किसान संगठनों की बैठक के बाद किसान नेता गुरनाम सिंह गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आज तीन अहम फैसले लिए गए।

किसानों के प्रदर्शन पर किसान नेता गुरनाम सिंह गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, ‘आज तीन फैसले लिए गए। पहला ये कि हम कल 3 घंटे के लिए हरियाणा को टोल फ्री रखेंगे, दोपहर 12 बजे से शाम 3 बजे तक। दूसरा फैसला यह लिया गया कि परसों ट्रैक्टर रैली होगी हर तहसील में परेड निकाली जाएगी। तीसरे फैसले में यह निर्णय लिया गया कि 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से सभी किसान और मजदूर संगठनों की संयुक्त बैठक होगी, उसी बैठक में आगे के फैसले लिए जाएंगे।’

हरियाणा में इंटरनेट बैन

हरियाणा सरकार ने किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के मद्देनजर बृहस्पतिवार को सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट और ‘बल्क’ एसएमएस सेवाओं पर प्रतिबंध दो दिन और बढ़ाकर 17 फरवरी तक कर दिया। सरकार ने एक आदेश में कहा कि ये जिले अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा हैं। राज्य सरकार ने 13 फरवरी को इन सेवाओं पर रोक दो दिन के लिए बढ़ा दी थी।

किसानों का भारत बंद

हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी वी एस एन प्रसाद ने एक आदेश में कहा, ‘‘राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति के आकलन के बाद, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों में स्थिति अभी भी गंभीर और तनावपूर्ण है।’’

इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने किसानों के भारत बंद पर कहा कि हमने ‘ग्रामीण भारत बंद’ का आह्वान किया है। किसान कल अपने खेतों में जाकर काम न करें। राकेश टिकैत ने कहा, “हमने ‘ग्रामीण भारत बंद’ के बारे में बात की है। हमने कहा है कि किसान कल अपने खेतों में न जाएं। इससे कल एक बड़ा संदेश जाएगा।” उन्होंने कहा कि इस आंदोलन की एक नई विचारधारा है, एक नई पद्धति है। हाईवे बंद नहीं किया जाएगा।