यमन में एक भारतीय नर्स को मौत की सजा सुनाई गयी है। केरल के पलक्कड़ जिले के कोलेंगोड की रहने वाली निमिशा प्रिया को एक यमन नागरिक की हत्या के लिए मौत की सजा सुनाई गई है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि वह भारतीय नर्स के मामले में प्रासंगिक विकल्पों को तलाशने के लिए हरसंभव मदद मुहैया करा रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम हरसंभव सहायता मुहैया करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम यमन में निमिशा प्रिया की सजा से अवगत हैं। हम समझते हैं कि प्रिया का परिवार प्रासंगिक विकल्पों पर विचार कर रहा है। जायसवाल ने मीडिया के एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार इस मामले में हरसंभव मदद मुहैया करा रही है।
खबरों में कहा गया है कि एक निचली अदालत ने निमिशा प्रिया को 2020 में मौत की सजा सुनाई थी। यमन के उच्चतम न्यायालय परिषद ने 2023 में इस सजा को बरकरार रखा था। यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलिमी ने प्रिया की मौत की सजा को कथित तौर पर मंजूरी दे दी है।
निमिशा प्रिया 2008 में केरल से यमन गई थीं
प्रशिक्षित नर्स निमिशा प्रिया 2008 में केरल से यमन गई थीं। राजधानी सना में उन्हें एक सरकारी अस्पताल में काम मिल गया। उन पर साल 2017 में एक यमनी नागरिक तलाल अब्दो महदी की हत्या का आरोप है और वह तब से जेल में बंद हैं। उन्हें मौत की सजा से बचाने के लिए उनके गृह नगर पलक्कड़ में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘सेव निमिशा इंटरनेशनल एक्शन कमिटी’ के नाम से अभियान भी चलाया जा रहा है। अभियान की ओर से भारत सरकार से इस मामले में तत्काल दखल देने की अपील की गई है।
केरल की एक नर्स निमिषा प्रिया पर 2017 में यमनी नागरिक तलाल अब्दो मेहदी के पास मौजूद अपने पासपोर्ट को हासिल करने के लिए उसे नशीले इंजेक्शन देकर हत्या करने का आरोप लगाया गया था।
निमिशा की मां ने यमन के नागरिक पर लगाया उत्पीड़न का आरोप
केरल की नर्स एक दशक से अधिक समय से यमन में रह रही थी और निजी अस्पतालों में काम कर रही थी। वित्तीय कारणों से अपने पति और बेटी के भारत लौटने के बाद, प्रिया ने मेहदी की सहायता से यमन में अपना क्लिनिक स्थापित किया। मेहदी 2015 में केरल में एक महीने के प्रवास के लिए प्रिया के साथ गया, जहां उसने कथित तौर पर पति के साथ नर्स की शादी की तस्वीर चुरा ली और उसमें हेरफेर कर यह दावा किया कि नर्स ने उससे शादी कर ली है।
निमिशा की मां द्वारा दायर याचिका में परिवार ने आरोप लगाया कि यमनी नागरिक मेहदी ने नर्स को सालों तक प्रताड़ित किया और उसका पासपोर्ट छीन लिया कि वह यमन नहीं छोड़ सके। उसकी मां ने यह भी आरोप लगाया कि उस व्यक्ति ने नशीली दवाओं के प्रभाव में उसे प्रताड़ित किया। उन्होंने दावा किया कि उसने क्लिनिक पर कब्ज़ा कर लिया और उसके सभी आभूषणों को भी छीन लिया।
यमनी नागरिक की नशीली दवा की अधिक मात्रा के कारण मौत
उत्पीड़न से निपटने में असमर्थ निमिशा प्रिया ने सना के स्थानीय पुलिस स्टेशन से संपर्क किया लेकिन मेहदी के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय पुलिस ने उसे 6 दिनों के लिए जेल में डाल दिया। 2017 में, निमिषा ने अपने क्लिनिक के पास जेल के वार्डन की मदद से मेहदी को बेहोश करने और उसका पासपोर्ट छीनने की योजना बनाई। हालांकि, उसकी मां ने याचिका में आरोप लगाया कि गलत खुराक के कारण यमनी नागरिक की दवा की अधिक मात्रा के कारण मृत्यु हो गई। देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लिए पढ़ें jansatta.com का LIVE ब्लॉग