Kerala News: आज केरल की एक जिला अदालत ने कैडेल जीनसन राजा नाम के दोषी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इस पर 2017 में तीन दिन के अंदर अपनी मां, पिता, बहन और चाची की हत्या का आरोप लगा था और एक दिन पहले ही 35 साल के इस शख्स को आरोपों में दोषी करार दिया गया था। अब आरोपी का पूरा जीवन सलाखों के पीछे ही कटेगा।
जानकारी के मुताबिक आरोपी ने 2017 में 5-8 अप्रैल के बीच इन हत्याओं को अंजाम दिया था। न्यायाधीश के. विष्णु ने कैडेल को 15 लाख रुपये का जुर्माना भरने का भी आदेश दिया। यह जुर्माना आरोपी को अपने चाचा जोस सुंदरम को देना होगा।
खुद को बताया था मानसिक रूप से बीमार
इस जघन्य हत्याकांड को लेकर आरोपी कैडेल जीनसन राजा ने शुरू में दावा किया था कि वह मानसिक रूप से बीमार है और हत्याएं एक गुप्त प्रयोग का हिस्सा थीं। दूसरी ओर प्रॉसिक्यूटर ने यह स्थापित किया कि अपराध की सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई थी और यह उसके अपने परिवार के प्रति गुस्से की वजह से किया था।
प्रॉसिक्यूटर की तरफ से दावा किया गया कि वह विदेश में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी न कर पाने के कारण हताश था। वह अपने धनी परिवार के घर में अकेले रहने से नाराज था। इसके अलावा वह हिंसक वीडियो गेम और अन्य ऑनलाइन कंटेंट से काफी ज्यादा इन्फ्लुएंस था।
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परिवार के चार लोगों की कर दी थी हत्या
तथ्यों को समझने के बाद अदालत ने मानसिक रूप से अस्वस्थ होने के उनके दावे को खारिज कर दिया था। दोषी पर पिता राजा थंकम 60, उनकी मां जीन पद्मा 58, उनकी बहन कैरोलीन 26, और चाची ललिता, 70, शामिल की हत्या का आरोप था। ये सभी एक ही घर में रहते थे। अभियोजन पक्ष ने कहा कि कैडेल इस बात से नाराज़ था कि उसे अपनी पढ़ाई उस तरह से नहीं करने दी जा रही थी जैसा वह चाहता था और उसे अपने दोस्तों से मिलने-जुलने की अनुमति नहीं थी। वह अपने पिता की जीवनशैली से भी कथित तौर पर नाराज़ था।
हत्या को लेकर क्या बनाया बहाना
हत्याओं के बाद शुरू में कैडेल ने दावा किया था कि उसने ” सूक्ष्म प्रक्षेपण” को देखने के लिए एक प्रयोग के हिस्से के रूप में हत्याएं कीं, जिसमें कुछ लोगों के बीच यह विश्वास शामिल था कि आत्मा शरीर के बाहर जा सकती है। उसने दावा किया कि वह अपने पीड़ितों की आत्माओं को उनके शरीर से निकलते हुए देखना चाहता था।
कैडेल 2009 में ऑस्ट्रेलिया से इंजीनियरिंग कोर्स पूरा किए बिना ही वापस आ गया था, जिसके लिए वह वहां गया था। तब उसे लगा कि परिवार में उसकी उपेक्षा की जा रही है। अभियोजन पक्ष ने कहा कि हत्याओं के बाद कई सालों तक उसके मन में परिवार के प्रति नफरत बढ़ती रही थी।
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वीडियो गेम दिखाने से कर दी हत्या
5 अप्रैल को कैडेल अपने माता-पिता और बहन को अपने घर की पहली मंजिल पर स्थित अपने कमरे में ले गया, एक के बाद एक, और उनसे कहा कि वह उन्हें एक नया वीडियो गेम दिखाना चाहता है, जिसके बारे में उसने दावा किया था कि उसने बनाया है। कमरे में उसने ऑनलाइन खरीदे गए चाकू से उन पर हमला कर दिया। अगले 48 घंटों तक उसने अपने घर के चार मेंबर्स को मार डाला।
जब घरेलू सहायिका आई तो कैडेल ने उसे बताया कि परिवार के बाकी लोग बाहर गए हैं और वह अपना खाना बाहर से मंगवाएगा। 8 अप्रैल की रात को कैडेल ने अपने पिता, मां और बहन के शवों को आग लगा दी। हालांकि, आग बेकाबू हो गई और वह भागकर लगभग 800 किलोमीटर दूर चेन्नई चला गया।
मानसिक स्थिति खराब होने का नहीं मिला सबूत
चेन्नई में उसने टीवी पर अपने परिवार के सदस्यों की हत्या की खबरें देखीं और उन्होंने तिरुवनंतपुरम वापस आने का फैसला किया। मुकदमे के दौरान कैडेल ने तर्क दिया कि वह सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित है। लेकिन अभियोजन पक्ष ने इस दावे का विरोध करते हुए कहा कि आरोपी में ऐसी मानसिक स्थिति होने का कोई सबूत नहीं है।
