केरल का अहम त्योहार ओणम करीब है। ऐसे में केरल पहुंचने के लिए हवाई यात्रा का किराया काफी महंगा हो गया है। इस मामले में केंद्र सरकार ने भी हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है। केंद्र ने कहा है कि मांग के हिसाब से किराया निर्धारित करने की प्रक्रिया लागू है और यात्रियों को पहले से टिकट बुक कराना चाहिए था। 

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के कार्यालय ने शनिवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि केंद्र सरकार ने इस मामले पर दखल देने से इनकार कर दिया है। मुख्यमंत्री ने मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पांच जुलाई को पत्र लिखकर कहा था कि भारत और पश्चिमी एशिया में रहने वाले केरल के निवासी ओणम पर अपने घर आने की योजना बना रहे हैं लेकिन हवाई यात्रा का किराया बहुत ज़्यादा है, ऐसे में उनकी यात्रा प्राभावित हो रही है। 

मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यालय ने क्या कहा? 

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सिंधिया ने उन्हें बताया कि विमानन कंपनियों को किराया तय करने का अधिकार है। केंद्रीय मंत्री के पत्र के हवाले से विज्ञप्ति में बताया गया कि त्योहारी सीज़न में किराये में सिर्फ 9.77 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। ‘‘लचीली दर’ (मांग के हिसाब से किराया निर्धारित करना) की प्रक्रिया लागू है ऐसे में यही विकल्प है कि टिकट पहले से बुक कराया जाए।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा था दक्षिणी राज्य आने के लिए हवाई टिकट की कीमत अधिक होने की वजह से बड़ी संख्या में केरल के प्रवासियों ने अपनी यात्रा को या तो रद्द कर दिया है या स्थगित कर दिया है।

लोगों को कैंसिल करना पड़ रहा है टिकट

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बताया था कि 15 अगस्त से 15 सितंबर के बीच यात्रा के लिए दक्षिणी राज्य के हवाई किराए में भारी वृद्धि ने बड़ी संख्या में प्रवासी केरलवासियों को अपनी यात्रा योजनाओं को रद्द करने या स्थगित करने के लिए मजबूर किया है।

केरल सरकार ने विशेष रूप से ओणम उत्सव के लिए संयुक्त अरब अमीरात से अनिवासी केरलवासियों को भारत लाने के लिए चार्टर्ड उड़ानों के संचालन को अधिकृत करने का भी अनुरोध किया था।