एक शॉल बेचने वाले कश्मीरी युवक की उत्तराखंड में कुछ युवकों ने बेहरमी से पिटाई की है। उस पर भारत माता की जय के नारे लगाने का दबाव बनाया गया। आरोपियों ने खुद ही उस वीडियो को ऑनलाइन शेयर भी किया। वो वीडियो अब डिलीट कर दिया गया है और आरोपियों पर सख्त एक्शन लेने की बात कही जा रही है।

असल में कुपवाड़ा के रहने वाले बिलाल गानी सर्दियों के महीने में शॉल बेचने के लिए जम्मू-कश्मीर से उत्तराखंड आ जाते हैं, पिछले आठ साल से ऐसा ही चल रहा है। इंडियन एक्सप्रेस को गानी बताते हैं कि मैं हर बार की तरह अपने स्टॉक के साथ प्रताप पुर उतरा ता। लेकिन वहां दो बाइक पर सवार पांच लोगों ने मुझे घेर लिया। उन्होंने मुझ से पूछा कि मैं कहां का रहने वाला हूं, जब मैंने बताया कि मैं कश्मीर से हूं, उन सभी ने मुझे परेशान करना शुरू कर दिया। पहले मुझे पीटा, बेइज्जत किया और फिर कहां कि हमारे साथ चल। मुझे लग रहा था कि ये लोग मुझे मार देंगे। वहां से कई लोग गुजरे, लेकिन किसी ने मदद नहीं की उल्टा गाली दी।

अब बताया जा रहा है कि पिटाई करने वाले युवकों में अंकुर सिंह नाम का शख्स भी शामिल था जिसने अपने इंस्टाग्राम पर उस वीडियो को शेयर भी किया था। बाद में पुलिस ने ही मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वीडियो डिलीट करवाया था। इस मामले को लेकर पुलिस का बयान भी सामने आया है। काशीपुर के सर्कल ऑफिसर दीपक सिंह कहते हैं कि अभी तक इस मामले में FIR रेजिस्टर नहीं की गई है, अभी जांच जारी है। आरोपियों ने अपनी तरफ से एक माफीनामा दिया है, आश्वासन दिया है कि आगे ऐसा नहीं होगा। वायरल वीडियो का भी हमने संज्ञान लिया है, लेकिन केस दर्ज करने के लिए पूरी प्रक्रिया का पालन करना होगा।

इस मामले में पीड़ित गानी ने भी आपबीती बताई है। उनके मुताबिक उन्होंने शिकायत तो दर्ज करवाई है, लेकिन वे मामले आगे बढ़ाना हीं चाहते। वे जितना अपने लिए न्याय चाहते हैं, वे उससे परिमाण से उतना डर भी रहे हैं। वे जोर देकर कहते हैं कि दो महीने में उन्हें कश्मीर वापस भी लौटना है और अगर वे इस केस में उलझ गए तो उत्तराखंड से बाहर नहीं जा पाएंगे।