Kashmir Pulwama Encounter Terror Attack Updates: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार को 16 घंटे चली एक मुठभेड़ में आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के पाकिस्तान कमांडर सहित तीन आतंकवादी मारे गए, जबकि सेना के एक मेजर सहित चार जवान और एक पुलिसकर्मी शहीद हो गए। एक आम नागरिक की भी मौत हो गई। इस मुठभेड़ में मारे गए जैश आतंकवादियों में 14 फरवरी को सीआरपीएफ काफिले पर हुए आत्मघाती हमले से जुड़ा एक आतंकवादी शामिल है जो इस आतंकी समूह का पाकिस्तानी कमांडर था।
राज्य की स्थिति को देखते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपने सलाहकारों के साथ प्रभावी रूप से कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिया कि राज्य में किसी भी असामाजिक तत्व को शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाए। वहीं, आतंकी हमले के चार दिन बाद बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक एके शर्मा ने मध्य प्रदेश के इंदौर में कहा कि भारत की हिफाजत के लिये हमेशा तत्पर सुरक्षा बल देशविरोधी ताकतों को उचित जवाब देंगे।
सैन्य अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा के पिंगलान क्षेत्र में हुई इस मुठभेड़ में कम से कम नौ सुरक्षाकर्मी घायल हो गए जिसमें एक ब्रिगेड कमांडर, लेफ्टिनेंट कर्नल और एक पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) शामिल हैं। यह मुठभेड़ स्थल उस जगह से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित है जहां गत 14 फरवरी को जैश ए मोहम्मद के एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से भरा अपना वाहन सीआरपीएफ की बस से टकरा दिया था। उस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। उक्त आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
अधिकारियों ने बताया कि इस मुठभेड़ में सेना के चार जवान और एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया। इसमें जैश ए मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए और एक आम नागरिक की भी मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मारे गए जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों में कामरान भी शामिल है जो पाकिस्तानी नागरिक होने के साथ ही इस आतंकवादी समूह का एक शीर्ष कमांडर था। इसके साथ ही मारे गए दो अन्य आतंकवादियों में हिलाल अहमद भी शामिल है जो कि स्थानीय नागरिक था जबकि तीसरे आतंकवादी की पहचान का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘जांचकर्ता 14 फरवरी को सीआरपीएफ के वाहन को निशाना बनाकर किये गए आत्मघाती हमले में कामरान की भूमिका की जांच कर रहे हैं।’’ इस मुठभेड़ में मेजर वी एस ढोंडियाल, हवलदार एस राम और सिपाही हरि सिंह एवं अजय कुमार शहीद हो गए। इसके साथ ही पुलिस का एक हेड कांस्टेबल भी शहीद हो गए। घायलों में डीआईजी (दक्षिण कश्मीर) अमित कुमार शामिल हैं जिन्हें पेट में गोली लगी। इसके साथ ही एक ब्रिगेड कमांडर भी घायल हो गए जिन्हें पैर में चोट आयी है। अधिकारियों ने बताया कि सभी घायलों की हालत स्थिर है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर सुरक्षा बलों ने रात में इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया था। अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
आतंकवादी समूह जैश ए मोहम्मद ने 14 फरवरी को हुए उस आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली है जिसमें सीआरपीएफ के उन 78 वाहनों के काफिले को निशाना बनाया गया था जो जम्मू से श्रीनगर आ रहे थे। उस काफिले में सीआरपीएफ के करीब 2500 कर्मी घाटी की ओर लौट रहे थे जिसमें से कई छुट्टी बिता कर लौटे थे। सेना ने 15वीं कोर के यहां बादामी बाग कैंटोमेंट मुख्यालय में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर ढोंडियाल सहित चार सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने में कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लों ने अन्य अधिकारियों का नेतृत्व किया। अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भी सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रवक्ता ने बताया कि 33 वर्षीय मेजर 2011 में सेना में शामिल हुए थे और वह उत्तराखंड में देहरादून के डंगवाल गांव के रहने वाले थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी हैं। हवलदार राम (36), 2000 में सेना में शामिल हुए थे और वह राजस्थान के झुंझुनू के रहने वाले थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक पुत्र है।
सिपाही सिंह (26) हरियाणा के रेवाड़ी के रहने वाले थे। वह 2011 में सेना में भर्ती हुए थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी और पुत्र है।
सिपाही कुमार मेरठ के बस्तीकरी गांव के रहने वाले थे। 27 वर्षीय कुमार 2012 में सेना में भर्ती हुए थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी और एक पुत्र है। शहीदों के पार्थिव शरीरों को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा जहां उनका अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि दुख की इस घड़ी में सेना शहीदों के शोक संतप्त परिवारों के साथ खड़ी है और उनकी प्रतिष्ठा और कल्याण के प्रति प्रतिबद्ध है।
Highlights
महाराष्ट्र के पुणे में पढ़ रहे जम्मू-कश्मीर के छात्रों ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की और अशांत उत्तरी राज्य और देश के लोगों से कहा कि ऐसा कोई कदम न उठाए जिससे अविश्वास पैदा हो। मीडिया से बातचीत करते हुए जम्मू - कश्मीर के कई छात्रों ने कहा कि उन्हें पुणे बहुत सुरक्षित लगा और यहां के लोग संवेदनशील हैं। फिजियोथेरेपिस्ट के तौर पर यहां काम करने वाले मुख्तार अहमद ने कहा, ‘‘ विभिन्न शहरों से खबरें आ रही हैं कि पुलवामा हमले के मद्देनजर कश्मीरी छात्रों को उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। मैं अपने साथी भारतवासियों से अपील करना चाहूंगा कि उन्हें चोट न पहुंचाएं। मैं अपने कश्मीरी भाइयों से भी कहना चाहूंगा कि किसी भी तरह के उकसावे के काम में शामिल नहीं हों।’’ उन्होंने कहा कि आतंकवादी जम्मू-कश्मीर और देश के बाकी हिस्सों के बीच एक दरार पैदा करना चाहते हैं। मुल्क के अलग अलग हिस्सों में कश्मीरी छात्रों का उत्पीड़न सिर्फ उनके नापाक मंसूबों में मददगार होगा।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सोमवार को अपने सलाहकारों के साथ प्रभावी रूप से कानून-व्यवस्था बनाए रखने पर चर्चा की और निर्देश दिया कि राज्य में किसी भी असामाजिक तत्व को शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाए। राजभवन के प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल के सलाहकार के. विजय कुमार और के. के. शर्मा ने राजभवन में आज शाम उनसे मुलाकात की और पुलवामा जिले में हाल में हुए आतंकवादी हमले के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति से उन्हें अवगत कराया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने सलाहकारों से प्रभावी कानून-व्यवस्था बनाए रखने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की और उन्हें निर्देश दिया कि राज्य में किसी भी असामाजिक तत्व को शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रशासन आवश्यक पदार्थों और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करे।
कोल इंडिया की अनुषंगी सेंट्रल कोल्डफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) और भारत कोंकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद झारखंड के जवान विजय सोरेंग के परिवार को 1.75 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। सोरेंग, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के उन 40 जवानों में से एक हैं जिनकी मृत्यु 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में हुई। वह झारखंड के रहने वाले हैं। सीसीएल और बीसीसीएल दोनों ही झारखंड में काम करने वाली कंपनियां हैं। सीसीएल ने एक बयान में कहा कि कोल इंडिया की अनुषंगी सीसीएल और बीसीसीएल ने संयुक्त रूप झारखंड के शहीद जवान सोरेंग के परिजनों को 1.75 करोड़ रुपये की सहायता देने का निर्णय किया है। इसके लिए दोनों कंपनियों का हर कार्यकारी और गैर-कार्यकारी कर्मचारी 200 रुपये का योगदान देगा और यह उनके फरवरी के वेतन से काटा जाएगा।
आध्यात्मिक गुरु संत मोरारी बापू ने पुलवामा में हाल में हुए आतंकवादी हमले पर दुख जाहिर करते हुए इसमें शहीद हुए जवानों के परिजन को एक-एक लाख रुपए की मदद का ऐलान किया है। मोरारी बापू ने लखनऊ में जारी एक बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए कायराना आतंकवादी हमले में 40 जवान शहीद हो गए। उन्होंने शहीदों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए तथा घायल हुए जवानों को 25-25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने पुलवामा हमले की कड़ी निंदा करते हुए अपील की है कि इस पर राजनीति ना हो और सारे नागरिक एकजुटता दिखाएं। उम्मीद है कि सरकार इस मामले में उचित कदम उठाएगी और जल्द से जल्द इस तरह के हमले को रोकने का उपाय ढूंढ निकालेगी।
सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार जम्मू कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए 40 सीआरपीएफ र्किमयों के बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी उठाना चाहेगी। विधानसभा में उन्होंने कहा कि हालांकि यह तभी संभव होगा जब केंद्र सरकार प्रस्ताव पर सहमत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने शहीद हुए सीआरपीएफ र्किमयों के परिजनों को तीन-तीन लाख रुपये की अनुदान राशि देने की भी घोषणा की है। सिक्किम विधानसभा के सदस्यों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और उनके सम्मान में कुछ क्षणों का मौन रखा।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा मुठभेड़ में जैश का तीसरा आतंकवादी ढेर हो गया। वहीं, एक हेड कांस्टेबल के भी शहीद होने की खबर है।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पुलवामा मुठभेड़ में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों के प्रति सोमवार को संवेदनाएं जताते हुए कहा कि यह खूनी खेल तभी रूकेगा जब केन्द्र जम्मू-कश्मीर को लेकर अपना रवैया बदलेगा। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया है, ‘‘परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं। खूनी खेल तभी रूकेगा जब भारत सरकार जम्मू-कश्मीर को लेकर अपना रवैया बदलेगी।’’ उन्होंने पाकिस्तान को लेकर ‘‘अपना जुनून खत्म करने’’ और अपने घर को संभालने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान को लेकर जुनून छोड़ें और अपने घर को संभालें। मौजूदा रूख से हालात बिगड़ेंगे ही और देश का ध्रुवीकरण होगा।’’
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए भीषण आतंकवादी हमले के बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने मुंबई के निजी एफएम चैनलों से कहा है कि वे पाकिस्तानी कलाकारों के गीत नहीं बजाएं। राज ठाकरे की पार्टी के एक नेता ने परिधानों के अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों से भी कहा है कि वे पाकिस्तान में बने कपड़े नहीं बेचें। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की महासचिव शालिनी ठाकरे ने कहा कि आतंकवादी हमले के मद्देनजर पार्टी ने यह निर्णय किया है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर ये एफएम चैनल पाकिस्तानी कलाकारों का संगीत नहीं रोकते हैं तो उन्हें इसका नतीजा भुगतने को तैयार रहना चाहिए।’’
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवानों को श्रद्धांजलि देने के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही सोमवार को दिनभर के लिए स्थगित हो गई। इसके साथ ही विधानसभा में पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस और गोवा के पूर्व राज्यपाल भानु प्रकाश सिंह सहित अन्य नेताओं के निधन पर भी शोक व्यक्त किया गया। मध्य प्रदेश की नवगठित 15 वीं विधानसभा के दूसरे सत्र की आज शुरुआत होने पर विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस तथा सदन के पूर्व विधायकों के निधन की सूचना के साथ पुलमावा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवानों के शहीद होने का सदन में उल्लेख किया।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के चार दिन बाद बीएसएफ के एक आला अधिकारी ने सोमवार को कहा कि भारत की हिफाजत के लिये हमेशा तत्पर सुरक्षा बल देशविरोधी ताकतों को उचित जवाब देंगे। बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक एके शर्मा ने पुलवामा आतंकी हमले को लेकर यहां मीडिया के सवालों पर कहा, "हाल ही में एक घटना (पुलवामा आतंकी हमला) हुई है। इसके बाद सरकार और सुरक्षा बल अपना कार्य कर रहे हैं।" शर्मा ने कहा, "भारत में या भारत के बाहर मौजूद देशविरोधी ताकतों द्वारा जब भी किसी घटना को अंजाम दिया जाता है, तो सरकार और सुरक्षा बल इसका उचित जवाब देने को हमेशा पूरी तरह तैयार और तत्पर रहते हैं। इस बार भी इन ताकतों को उचित जवाब दिया जायेगा।"
जम्मू के जिला विकास आयुक्त रमेश कुमार ने पीटीआई को बताया कि स्थिति ‘‘पूरी तरह से नियंत्रण’’ में है और कर्फ्यू वाले इलाकों से किसी भी तरह की अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। कुमार ने बताया कि पुलिस, अर्द्धसैनिक बलों एवं सैनिकों की तैनाती बरकरार है और वे कर्फ्यू को लेकर सख्ती बरत रहे हैं। सेना ने गुज्जर नगर, जानीपुर, शहीदी चौक, तलाब खतिका, सिधरा एवं अन्य संवेदनशील स्थानों पर व्हाइट नाइट कोर के हवाई सहयोग के साथ टाइगर डिवीजन की 18 आंतरिक सुरक्षा टुकड़ियों की तैनाती की है। सेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘स्थिति पर नजर रखने के लिए सेना के हेलीकॉप्टरों एवं यूएवी की भी सेवाएं ली गई हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस, नगर प्रशासन एवं भारतीय सेना के संयुक्त दृष्टिकोण से सुनिश्चित हुआ है कि स्थिति नियंत्रण में है।’’
जम्मू-कश्मीर की शीतकालीन राजधानी जम्मू में पाकिस्तान विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के बाद सोमवार को लगातार चौथे दिन भी कर्फ्यू जारी रहा। अधिकारियों ने बताया कि कानून-व्यवस्था की समीक्षा करने के बाद अधिकारी शाम तक पाबंदियों से कुछ राहत दे सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि आज होने वाली सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं क्योंकि शहर भर के शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। उन्होंने बताया कि शांति सुनिश्चित करने के लिए पिछले कुछ दिनों में करीब 150 लोगों को ऐहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को हुए आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शनों एवं हिंसा की छिट-पुट घटनाओं के बाद पूरे जम्मू शहर में शुक्रवार को कर्फ्यू लगा दिया गया था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा कि यह राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ ‘‘सर्जिकल हमला’’ करने का समय नहीं है। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी ने अपने मुखपत्र में लिखे संपादकीय में कहा कि सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को ‘‘अलग थलग’’ करने के लिए अपनी पीठ थपथपाई है, लेकिन पड़ोसी देश भारतीय जमीन पर अब भी आतंकवादी हमले कर रहा है। उसने कहा, ‘‘देश ने गुस्से और राजनीतिक जीत की लहरें देखी हैं, लेकिन इससे न तो कभी कश्मीर का मुद्दा सुलझा और न ही जवानों की हत्या रुकी।’’ शिवसेना ने उरी में सेना के ठिकानों पर हुए हमले के जवाब में नियंत्रण रेखा पर 2016 में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए र्सिजकल हमले का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘लेकिन हमें यह समझना चाहिए कि वास्तविक र्सिजकल हमला क्या है। जिस तरह अमेरिका ने पाकिस्तान में घुसकर (अलकायदा प्रमुख) ओसामा बिन लादेन को (अमेरिका में 9...11 के आतंकवादी हमले के लिए) मारा, वह सर्जिकल हमला कहलाता है।’’
शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए कहा कि कोई भी राजनीतिक ‘‘लहर’’ न तो कश्मीर मुद्दा सुलझा पाई और न ही जवानों की हत्या रोक पाई। केंद्र और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने कहा कि अब समय आ गया है कि जवानों की हत्या का बदला लेने के लिए पाकिस्तान पर ‘‘हमला’’ किया जाए। साथ ही पार्टी ने कहा कि पुलवामा हमले के दोषियों से निपटने का प्रधानमंत्री का आश्वासन उनकी कार्रवाइयों में परिलक्षित होना चाहिए।
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ने के मद्देनजर पाकिस्तान ने भारत स्थित अपने उच्चायुक्त को ‘सलाह मशविरा करने के लिए’ वापस बुला लिया है। अधिकारियों ने यहां सोमवार को यह जानकारी दी। भारत स्थित पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहेल महमूद को शुक्रवार नयी दिल्ली में विदेश सचिव विजय गोखले ने तलब किया था और पुलवामा की घटना में 40 सीआरपीएफ जवानों के मारे जाने पर महमूद के समक्ष कड़ा विरोध जताया था। वरिष्ठ अधिकारियों ने यहां बताया कि पाकिस्तान ने सलाह मशविरा करने के लिये सोमवार को भारत से अपने उच्चायुक्त को वापस बुला लिया। हमले के मद्देनजर पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसरिया को भी विचार विमर्श के लिये नयी दिल्ली वापस बुलाया गया है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा है कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत के कुछ स्थलों से उसके पूर्व खिलाड़ियों की तस्वीरों को हटाया जाना ‘अफसोसजनक’ है और वह इस मुद्दे को अगले महीने आईसीसी की बैठक के दौरान बीसीसीआई के साथ उठाएगा। रविवार देर रात जारी बयान में पीसीबी के प्रबंध निदेशक वसीम खान ने कहा कि खेल ने हमेशा राजनीतिक तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभाई है। आईसीसी की बैठक दुबई में होनी है लेकिन अ भी इसकी तारीख तय नहीं है। वसीम ने बयान में कहा, ‘‘हमारा हमेशा से मानना रहा है कि खेल और राजनीति को अलग रखा जाना चाहिए। इतिहास गवाह है कि खेल, विशेषकर क्रिकेट ने हमेशा लोगों और देशों के बीच खाई को पाटने में अहम भूमिका निभाई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सबसे ऐतिहासिक क्रिकेट क्लब और स्थल में से एक का पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान और प्रधानमंत्री इमरान खान और अन्य दिग्गज क्रिकेटरों की तस्वीर ढकना या हटाना बेहद अफसोसजनक कार्रवाई है।’’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए सेना के मेजर डी एस ढोंडियाल, हेड कांस्टेबल सेवाराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा के लिये अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले इन वीर सपूतों को हमेशा याद किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने शहीदों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है।
भाषा जफर मनीषा
अधिकारियों ने बताया कि तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों ने बलों पर गोलीबारी की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदरी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने पुलवामा आतंकवादी हमले से आहत होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की जड़ों पर हमला करने की अपील की है। मोदी को लिखे पत्र में लोजपा के संसदीय बोर्ड के प्रमुख चिराग पासवान ने अपील की कि आतंकवाद के खिलाफ अभियान, ‘‘इस बार तब तक नहीं रुकना चाहिए जब तक एक भी आतंकवादी जिंदा है।’’ इसमें उन्होंने कहा है, ‘‘आपके कुशल नेतृत्व में देश ने पिछले पांच साल में हर क्षेत्र में विकास किया है। इससे पाकिस्तान परेशान हो गया है। पड़ोसी देश ने अब तक कई कायराना कृत्यों को अंजाम दिया लेकिन ताजा घटना ने राष्ट्र को खासकर युवा को आक्रोशित कर दिया है।’’
पुलवामा में हुये आतंकवादी हमलों से उत्पन्न स्थिति पर विचार करने के लिए आयोजित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी एवं भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की एक संयुक्त बैठक में, आतंकी हमले और इसमें सुरक्षाकर्मियों की जान जाने पर गहरा रोष प्रकट किया गया। बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में रविवार को भाकपा के राज्य सचिव गिरीश एवं माकपा के राज्य सचिव हीरालाल यादव ने आतंकवादियों की इस कायराना हरकत की कड़े शब्दों में निन्दा की । बयान में उन्होंने कहा कि आतंक की राजनीति देश में गहरे तक जड़ें जमा चुकी है और इससे निपटने के लिए राजनीतिक तथा सख्त प्रशासनिक कदम उठाने होंगे ।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में आतंकी हमले के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा था। इसी दौरान 26 साल का एक युवक कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने लगा। इससे गुस्साई भीड़ ने उसे जमकर पीट दिया। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पाकिस्तान के समर्थन में कथित तौर नारे लगाने वाले इस शख्स की पहचान मोहम्मद खालिद के रूप में हुई है। पुलिस ने रविवार को कार्रवाई की जानकारी दी।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में साजो सामान पहुंचाने तथा अभ्यासगत कारणों से अर्धसैनिक बलों के काफिलों का सड़क मार्ग से गुजरना ‘ आवश्यक’ है और इसलिए यह जारी रहेगा। हालांकि मंत्रालय ने राज्य में सैनिकों को पहुंचाने के लिए हवाई सेवाएं बढ़ाईं हैं। मंत्रालय का यह बयान पुलवामा में बृहस्पतिवार को सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद आया है। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। ऐसी खबरें आ रही हैं कि केन्द्र सरकार ने अर्धसैनिक बलों के जवानों को जम्मू-श्रीनगर सेक्टर से हेलीकॉप्टर के जरिए लाने लेजाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इसकी पृष्ठभूमि में मंत्रालय ने कहा कि सैनिकों की यात्रा का समय कम करने के लिए उसने सभी सेक्टरों में एयर कुरियर सेवाओं को काफी बढ़ा दिया है।