Jammu and Kashmir Pulwama’s Awantipora Terror Attack: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पालम एयरपोर्ट पर पहुंच कर शहीदों के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शहीदों के शवों की परिक्रमा कर उन्हें अंतिम सलामी भी दी। पुलवामा आतंकी हमले में अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। इससे पहले झांसी की एक रैली में उन्होंने कहा था कि जवानों को बदला लेने की पूरी छूट दे दी गई है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने भी शहीदों को अंतिम विदाई दी। 14 फरवरी को पुलवामा के अवंतिपुरा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इससे पहले, पुलवामा आंतकी हमले में शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लाया गया था।
दूसरी तरफ,पुलवामा आतंकी हमले को लेकर शनिवार (16 फरवरी, 2019) को नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक होगी। संसद की लाइब्रेरी में यह सुबह 11 बजे शुरू होगी। पुलवामा हमले को लेकर भारत में चीन के राजदूत लुओ जाओहुई ने कहा- चीन के स्टेट काउंसलर और वित्त मंत्री वैंग यी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस बारे में पत्र लिखा है। उन्होंने उसमें आतंकी हमले को लेकर शहीदों और घायलों के परिजन के प्रति संवेदना व्यक्त की है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि चीन हर प्रकार के आतंकवाद की भर्त्सना करता है।


सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने शुक्रवार को कहा कि सेना का ट्रक चलाने की ताकत उनमें अभी तक है। अपने अनशन के बाद वह इस समय अस्पताल में भर्ती हैं। हजारे एक समय सेना में एक चालक थे। वह जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के एक काफिले पर आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें कम से 40 जवान शहीद हुये हैं। हजारे के हवाले से उनके एक करीबी सहयोगी ने कहा, 'बुजुर्ग होने के कारण मैं बंदूक नहीं उठा सकता लेकिन अगर जरूरत हुई तो मैं देश के लिए लड़ाई करने वाले अपने सैनिकों को पहुंचाने के लिए निश्चित रूप से वाहन चला सकता हूं।' अन्ना हजारे 1960 में एक ट्रक चालक के रूप में सेना में शामिल हुये थे। 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान वह खेम करन सेक्टर में तैनात थे।
श्रीनगर में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कुछ ऐसे तत्व हैं, जो आतंकी संगठनों और आईएसआई के संपर्क में हैं। वे आंतकी साजिशों में शामिल हैं और वे ऐसा कर देश के भविष्य, खासकर कश्मीरी युवाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। गृह मंत्री के मुताबिक, ऐसे तत्व पाकिस्तान और आईएसआई से पैसे लेते हैं। मैंने अधिकारियों से कहा कि ऐसे लोगों को मुहैया कराई गई सुरक्षा की समीक्षा कराई जानी चाहिए।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले को आतंकवादियों का अमानवीय कृत्य बताते हुये शुक्रवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने एकस्वर से इस हमले की कड़ी भर्त्सना की है, यह आतंकवाद की त्रासदी से निपटने में हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करेगा। मुखर्जी ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के भाषणों के संकलन का विमोचन करते हुए कहा, 'दु:ख की इस घड़ी में हमें एक राष्ट्र के रूप में एकजुट रहना होगा। देश में सभी राजनीतिक दलों ओर राजनेताओं द्वारा प्रकट की गयी एकजुटता ने मेरे इस विश्वास को मजबूत किया है कि इससे आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में न सिर्फ हमारे सुरक्षा बलों, सरकार और देश का आत्मविश्वास दृढ़ होगा।'
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुलवामा के अवंतिपुरा आतंकी हमले के सिलसिले में सात लोगों को हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने बताया कि इन सभी को पुलवामा जिले से ही हिरासत में लिया गया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सभी युवाओं को हमले की रात में ही हिरासत में लिया गया था। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
पुलवामा हमले के बाद वैश्विक मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के प्रयास में जुटे भारत ने 15 फरवरी की शाम को दो दर्जन से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर उन्हें पाकिस्तान के करतूत के बारे में जानकारी दी। एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि विदेश सचिव विजय गोखले ने भारत में चीन के राजदूत लुओ झाउहुई से अलग से मुलाकात की। गोखले ने जैश-ए-मोहम्मद और पाकिस्तान के मसले पर बातचीत की। साथ ही जैश सरगना मसूद अजहर को यूएन की काली सूची में डालने के मसले पर भी बातचीत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पालम एयरपोर्ट पर पहुंच कर शहीदों के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। पुलवामा आतंकी हमले में अर्धसैनिक बल सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए। इससे पहले झांसी की एक रैली में उन्होंने कहा था कि जवानों को बदला लेने की पूरी छूट दे दी गई है।
शहीदों को अंतिम विदाई देने के लिए सेना के तीनों अंगों के प्रमुख भी पहुंचे। जनरल बिपिन रावत, एयर स्टाफ एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ और नवल स्टाफ एडमिरल सुनील लांबा ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी जम्मू-कश्मीर से दिल्ली पहुंच चुके हैं। वह भी एयरपोर्ट पर जाकर शहीद जवानों को नमन किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके साथ ही रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी शहीदों को नमन कर उन्हें अंतिम विदाई दी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पालम हवाई अड्डा पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शहीदों के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें अंतिम विदाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा शासित प्रदेशों के मंत्रियों और सांसदों को शहीदों के अंतिम संस्कार में शामिल होने का निर्देश दिया है। पुलवामा के अवंतिपुरा में 14 फरवरी को हुए फिदायीन हमलों में 40 जवान शहीद हो गए।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पालम एयरपोर्ट पहुंचकर सीआरपीएफ के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत भी वहां मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने भी पुष्पचक्र अर्पित किया।
पुलवामा आंतकी हमले में शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और सेना प्रमुख विपिन रावल शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने पालम एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी एयरपोर्ट पहुंचे हैं।
पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने से पूरा देश शोक-संतप्त है। आमलोगों के साथ ही सुरक्षाबल भी इस वीभत्स और अमानवीय हमले का विरोध कर रहे हैं। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में ऐसा ही कुछ हुआ। सुरक्षाबलों के जवान हाथों में तख्तियां और कैंडल थामकर आतंकी हमले के खिलाफ प्रदर्शन किया।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत पालम एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं। पुलवामा में शहीद जवानों के पार्थिव शवों को पहले दिल्ली के इसी एयरपोर्ट पर लाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा अन्य हस्तियां यहां पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे।
पुलवामा हमले में शहीद जवानों के शव दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एयरपोर्ट पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे।
गुरुवार को पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती बम हमलावर ने 100 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों से भरा अपना वाहन सीआरपीएफ जवानों की बस से टकरा दिया था जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। इस काफिले में 2,500 से अधिक जवान थे। इनमें से अधिकतर छुट्टी के बाद घाटी में ड्यूटी पर वापस आए थे। काफिले में 78 वाहन थे। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद द्वारा सीआरपीएफ जवानों पर हमले के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने बात कही। उन्होंने कहा कि, 'शांति वार्ता का समय खत्म हो गया है और अब उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए।' उन्होंने कहा, उनके प्रधानमंत्री (इमरान खान) शांति की बात करते हैं और जनरल (कमर जावेद बाजवा) युद्ध की बात करते हैं।
14 फरवरी को जम्मू और कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद जवानों की तस्वीर जारी की गई है।
दक्षिण कोरिया ने भी पुलवामा अटैक की कड़ी निंदा की है। वहां के विदेश मंत्रालय ने कहा है, "सीआरपीएफ दस्ते पर हुए हमले की हम निंदा करते हैं। शहीदों के परिजन संग हमारी संवेदना है।"
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद जवानों को श्रद्धांजलि देने कश्मीर पहुंचे गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हुर्रियत कॉफ्रेंस का नाम लिए बगैर निशाना साधा। एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान राजनाथ ने कहा कि घाटी में कुछ पाकिस्तान परस्त ताकतें है जो पाकिस्तान और आईएसआई से पैसे लेती हैं। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा...पढ़ें पूरी खबर।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के आतंकी हमले के बाद देश ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी मुहिम छेड़ दी है। सूत्रों के हवाले से न्यूज एजेंसी 'एएनआई' ने कहा, "पुलवामा हमले को लेकर विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी सभी अहम समकक्षों के साथ संपर्क साध रहे हैं। वह उस दौरान उन्हें पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों की कायराना करतूतों से रू-ब-रू कराएंगे।" इसी बीच, पुलवामा हमले के बाद महाराष्ट्र के मुंबई स्थित श्री सिद्धी विनायक मंदिर ने शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के परिजन को 51 लाख रुपए की मदद मुहैया कराने का ऐलान किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार शाम पुलवामा आतंकी हमले में जख्मी हुए सीआरपीएफ जवानों से मिले। श्रीनगर के आर्मी बेस कैंप में घायल जवानों का उन्होंने हाल-चाल लिया। उन्होंने इससे पहले कहा, "हमले के मद्देनजर कुछ वक्त के लिए आम लोगों की आवाजाही रोक दी जाएगी।। हम इसके लिए लोगों से माफी मांगते हैं। मैंने इसके अलावा देश की राज्य सरकारों से शहीदों के परिजन को संभव अधिकतम मदद मुहैया कराने के लिए कहा है। अधिकारियों को इस बाबत आदेश दे दिए गए हैं। हम आतंकवाद के खिलाफ इस जंग को खत्म करेंगे।"
पुलवामा हमले की इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है- भारत के प्रधानमंत्री और मेरे प्रिय मित्र नरेंद्र मोदी हम आपके साथ इस कठिन घड़ी में खड़े हैं।" उन्होंने इसके अलावा शहीदों के परिजन के प्रति संवेदना भी जताई।
पुलवामा आतंकी हमले पर बीजेपी की सहयोगी पार्टी के तेवर तल्ख हो गए हैं। एनडीए के घटक दल शिवसेना ने पुलवामा आतंकी हमले पर संसद का संयुक्त सत्र बुलाने की मांग की है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, 'शिवसेना पुलवामा आतंकी हमले पर चर्चा के लिए संसद का संयुक्त सत्र बुलाने की मांग करती है।' पुलवामा में सीआरपीएफ के दस्ते पर 14 फारवरी को हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए। पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। CRPF ने ट्वीट कर कहा कि 'हम न तो भूलेंगे और न ही छोड़ेंगे।'
वीभत्स हमले के बाद भारत ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र से जैश के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करते हुए उसे काली सूची में डालने की मांग की है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मंच पर आतंकियों का गढ़ बने पाकिस्तान का समर्थन करने वाले चीन ने भारत की मांग पर गौर फरमाने से इनकार कर दिया है। बता दें कि चीन सुरक्षा परिषद के 5 स्थाई सदस्यों में से एक है और सिक्योरिटी काउंसिल से किसी भी प्रस्ताव को तभी पास किया जा सकता है जब सभी सदस्य देश प्रस्ताव के पक्ष में वोट करें।
'पीटीआई' के अनुसार, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, 'चीन ने आत्मघाती आतंकी हमले का संज्ञान लिया है। चीन इस हमले से सदमे में है। बीजिंग हमले में मारे गए और घायलों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है। चीन किसी भी तरह के आतंकवाद का पूरी मजबूती के साथ विरोध करता है।' मसूद अजहर को काली सूची में डालने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद को प्रतिबंधित किया जा चुका है और चीन इससे जुड़े अन्य मसलों से भी रचनात्मक तरीके से निपटेगा।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि पूरा देश जवानों के साथ है और आतंकवाद से किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता। पूर्व पीएम ने कांग्रेस मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, 'आज शोक का दिन है। हमारे देश ने अपने करीब 40 जवानों को खो दिया है। हम शहीद जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं और हम कहना चाहते हैं कि हम उनके साथ हैं।' उन्होंने कहा, 'हम आतंकवाद से कभी समझौता नहीं करने वाले हैं। आतंकवाद एक ऐसी समस्या है जिससे कभी समझौता नहीं किया जा सकता। हम आतंकवाद की समस्या से निपटने के लिए एकजुट होकर काम करेंगे। आज जटिल मुद्दों को उठाने का दिन नहीं है। हम सिर्फ जवानों के साथ एकजुटता प्रकट करना चाहते हैं। इस देश को एकजुट रखने के लिए जो भी हो सकेगा हम करेंगे।'
श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने पुलवामा आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी संवेदना संदेश भेजी है। पुलवामा में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 37 जवान शहीद हो गए जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं। विक्रमसिंघे ने ट्विटर पर कहा, ‘मैं कश्मीर के पुलवामा जिले में क्रूर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं, जो जम्मू-कश्मीर में 1989 के बाद से अब तक का सबसे भयानक आतंकी हमला है। मैं जान गंवाने वाले पुलिस अधिकारियों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’ श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति और विपक्ष के नेता महिंदा राजपक्षे ने भी ट्विटर मे माध्यम से अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘मैं जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले की निंदा करता हूं... मैं मृतकों के परिजनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। दुनिया को आतंकवाद से मुकाबला जारी रखना चाहिए।’
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय के छात्र बसीम हिलाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। हिलाल ने हमले को लेकर ट्वीट किया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। विश्विद्यालय प्रशास ने बसीम हिलाल को निलंबित कर दिया है।
पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को भी बदलने पर विचार किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सेना के किसी रिटायर्ड अधिकारी को प्रदेश का राज्यपाल बनाया जा सकता है। पुलवामा के अवंतिपुरा में आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों के साथ ही सरकार और जनता भी सकते में है।
पुलवामा हमले के बाद पहले से ही तल्ख भारत और पाकिस्तान के रिश्ते और तनावपूर्ण हो गए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि भारत ने पाकिस्तान से अपने उच्चायुक्त अजय बिसारिया को बुला लिया है।
पुलवामा हमले में 40 जवानों के शहीद होने से देश के साथ CRPF भी सकते में है। देश के सबसे बड़े अर्धसैनिक बल ने ट्वीट कर कहा कि 'हम न भूलेंग, न ही छोड़ेंगे।' CRPF के ट्वीट में कहा गया, 'पुलवामा हमले में शहीद जवानों को सलाम करते हैं। हम अपने शहीद भाइयों के परिवारों के साथ खड़े हैं। घृणित हमले का बदला जरूर लिया जाएगा।'
गृह मंत्री राजनाथ सिंह जम्मू-कश्मीर पहुंच चुके हैं। उन्होंने बडगाम में पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। उनके साथ राज्यपाल सत्यपाल मलिक और इंडियन आर्मी के उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह भी मौजूद थे।
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमलों की कड़ी निंदा की है। उन्होंने एक बयान जारी कर हमले में मारे गए जवानों के परिजनों, भारत सरकार और भारत की जनता के प्रति सहानुभूति जताई है। अशरफ गनी ने आतंकवाद को क्षेत्र के लिए कैंसर करार दिया। साथ ही इसे जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए सामूहिक प्रयास करने का आह्वान किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा आतंकी हमले को भारत की आत्मा पर हमला करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के साथ ही पूरा विपक्ष सरकार और सुरक्षाबलों के साथ खड़ा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नफरत और गुस्सा देश का कुछ नहीं बिगाड़ सकेगा क्योंकि भारत आपसी प्रेम की बुनियाद पर खड़ा है।
पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान की तल्खी और बढ़ गई है। भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने दिल्ली स्थित पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहैल महमूद को तलब किया है। भारत ने पाकिस्तानी उच्चायुक्त के समक्ष पुलवामा आतंकी हमले को लेकर अपना कड़ा विरोध व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झांसी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पुलवामा हमले का जवाब भारत की 130 जनता एकसाथ मिलकर देगी। साथ ही बताया कि सेना को सभी तरह की छूट दे दी गई है। पीएम ने बताया कि वैश्विक मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग किया जाएगा। विस्तार से पढ़ें
उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन ने पुलवामा के अवंतिपुरा में हुए हमले को लेकर महत्वपूर्ण फैसला किया है। अधिकारियों के संगठन ने कहा कि प्रदेश के सभी आईएएस ने अपने एक दिन का वेतन बर्बर आतंकी हमले में शहीदों के आश्रितों को देने का फैसला किया है। इससे इकट्ठा राशि को सीआरपीएफ मुख्यालय भेजा जाएगा।
दिल्ली में वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाते हुए पीएम मोदी ने कहा, "इस हमले की वजह से देश में जितना आक्रोश है, लोगों का खून खौल रहा है, ये मैं समझ रहा हूं। इस समय जो देश की अपेक्षाएं हैं, कुछ कर गुजरने की भावनाएं हैं, वो स्वाभाविक हैं। हमारे सुरक्षा बलों को पूर्ण स्वतंत्रता दी गई है। हमें अपने सैनिकों के शौर्य पर पूरा भरोसा है।" प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वो बहुत बड़ी गलती कर गए हैं। मैं देश को भरोसा देता हूं कि हमले के पीछे जो ताकते हैं, इस हमले के जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सज़ा अवश्य मिलेगी। मेरा सभी साथियों से अनुरोध है कि, ये बहुत ही संवेदनशील और भावुक समय है, इसलिए राजनीतिक छींटाकशी से दूर रहें। इस हमले का देश एकजुट होकर मुकाबला कर रहा है, ये स्वर विश्व में जाना चाहिए।"
पुलवामा केअवतिपुरा में भीषण आतंकी हमले के बाद आमलोगों में आक्रोश है। जम्मू में हमले के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए और पत्थरबाजी तक की। सुरक्षा स्थिति को सामान्य रखने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो।