जम्मू-कश्मीर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के सामने राष्ट्रगान के अपमान का मामला सामने आया है। दावा यह है कि पुलिस ने गुरुवार (6 जुलाई) एक समारोह में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की मौजूदगी में बजाए गए राष्ट्रगान के दौरान खड़े नहीं होने पर 12 लोगों को पर कार्रवाई की है। इसके अलावा राष्ट्रगान बजने से पहले सभी के खड़े ना होने के इस मामले में पुलिस म्यूजिक बैंड के खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है।
क्या है मामला, 12 लोगों पर हुई कार्रवाई
दावों के मुताबिक एक कार्यक्रम के दौरान जिसमें उपराज्यपाल भी मौजूद थे, राष्ट्रगान बजाया गया और कुछ लोग इस दौरान खड़े नहीं हुए। अब ऐसे 12 लोगों पर पुलिस ने कार्रवाई की है। इन 12 लोगों को सीआरपीसी की धारा 107 और 151 के तहत पाबंद किया गया है। ये धाराएं पुलिस को किसी व्यक्ति को गिरफ्तार करने या हिरासत में लेने या अपराध की आशंका में उससे एक बांड पर हस्ताक्षर करने के लिए की पावर देती हैं।
अधिकारियों के मुताबिक 25 जून को जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा आयोजित ‘पेडल फॉर पीस’ साइकिलिंग कार्यक्रम के समापन समारोह के दौरान कुछ लोगों खड़े नहीं हुए थे।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने राष्ट्रगान के अपमान पर कड़ा संज्ञान लिया और कथित उल्लंघन की जांच शुरू की है। पुलिस के सूत्रों ने पहले कहा था कि राष्ट्रगान का अपमान करने के लिए 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया था और कुछ पुलिसकर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया था।
अफवाह का खंडन
श्रीनगर पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रगान का अपमान करने के लिए 14 पुलिसकर्मियों/व्यक्तियों को गिरफ्तार/निलंबित कर दिया गया है, ऐसा नहीं है, यह खबर पूरी तरह से झूठी है, बल्कि 12 व्यक्तियों को आम तौर पर धारा 107/151 के तहत अच्छे व्यवहार के लिए पाबंद किया गया है।