करूर हादसे के बाद पूरे तमिलनाडु में मातम का माहौल है। राज्य की स्टालिन सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं लेकिन तमिलगा वेत्री कषगम (TVK) के प्रमुख विजय इस हादसे के बाद मुसीबत में फंस गए हैं। बड़ा सवाल यह है कि क्या उन्हें तमिलनाडु की पुलिस गिरफ्तार करेगी?

विजय का काफिला जब नमक्कल की रैली के बाद करूर की ओर बढ़ा तो विजय जिस प्रचार बस में बैठे थे, उसकी खिड़की को बंद कर दिया गया था जिससे लोग उन्हें देखकर उनका पीछा न करने लगें लेकिन लोग उनकी बस के पीछे-पीछे करूर तक पहुंच गए। यहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

विजय को देखने के लिए सुबह 10 बजे से ही लोग जुटने शुरू हो गए थे क्योंकि उनकी पार्टी के नेताओं ने कहा था कि वह दिन में 12 बजे तक पहुंच जाएंगे लेकिन वह शाम लगभग 7:10 पर करूर पहुंचे।

‘मेरा दिल टूट गया’, करूर में हुई भगदड़ पर विजय ने तोड़ी चुप्पी

गर्मी और भीड़ ज्यादा होने के कारण विजय को देखने के लिए पहुंचे लोगों का दम घुटने लगा। लोगों की चीख-पुकार के बीच विजय ने पहले तो भाषण रोका लेकिन थोड़ी देर बाद इसे फिर से शुरू कर दिया।

तमिलनाडु के डीजीपी जी. वेंकटरमन का कहना है कि TVK ने 10 हजार लोगों के आने की बात कही थी। उनकी पिछली रैलियों में आई जबरदस्त भीड़ को देखते हुए 500 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।

करूर से बाहर चले गए विजय

करूर के लोग विजय से इस वजह से नाराज हैं कि हादसे के बाद वह शहर से बाहर चले गए। करूर ने तुरंत त्रिची एयरपोर्ट से उड़ान भरी और चेन्नई चले गए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात नहीं की और कैमरों से भी बचते रहे। सूत्रों के मुताबिक, तब तक विजय को पता चल चुका था कि हादसे में कितने लोग मारे गए हैं।

जांच रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई

जब मुख्यमंत्री एमके स्टालिन हादसे के पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे तो उनसे पूछा गया कि क्या विजय को गिरफ्तार किया जाएगा? मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में कमेटी का गठन किया गया है और किसी भी तरह की कार्रवाई जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही होगी।

कुछ लोगों का मानना है कि अगर विजय को गिरफ्तार कर लिया जाता है तो इससे उन्हें लोगों की सहानुभूति मिल सकती है। जबकि कुछ का कहना है कि अगर अदालत ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया तो विजय की गिरफ्तारी भी हो सकती है।

विजय के लेट होने से बढ़ी भीड़, लोगों के पास खाने और पानी की कमी थी- डीजीपी