तमिलनाडु की मुख्‍यमंत्री जयललिता के आपराधिक मानहानि के मामले में डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि सोमवार को कोर्ट में पेश हुए। करुणानिधि के पेश होने के 30 सैकंड में ही कोर्ट ने मामले की सुनवाई 10 मार्च तक के लिए स्‍थगित कर दी। करुणानिधि ने जयललिता के चार साल के कार्यकाल को लेकर डीएमके के मुखपत्र मुरासोली में मंत्री तंत्री के नाम से एक लेख लिखा था। इसे जयललिता ने आपत्तिजनक माना था और मानहानि का मुकदमा दायर किया था।

करुणानिधि ने निजी पेशी की छूट से इनकार करते हुए कहा था कि कोर्ट में आरोपों का जवाब देने के लिए वह खुद ही उपस्थित होंगे। उन्‍होंने कहा कि एआईडीएमके के खिलाफ बोलने वाले प्रकाशकों और पत्रों को यह धमकाने का प्रयास है। 92 साल के डीएमके नेता करुणानिधि 2008 से व्‍हील चेयर पर हैं। करुणानिधि की मौजूदगी की वजह से कोर्ट के बाहर डीएमके समर्थकों की भीड़ को संभालने में पुलिसकर्मियों को काफी मशक्‍कत करनी पड़ी।