पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता के एक बयान पर सियासी घमासन मच गया है। उन्होंने कहा है कि करतारपुर कॉरिडोर से आतंकी गतिविधियों पर चिंता बढ़ी है। उन्होंने एक इंडियन एक्सप्रेस के एक कार्यक्रम में बातचीत के दौरान बिना वीजा के करतारपुर में एंट्री को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि सुबह करतारपुर जाने वाला शाम तक आतंकी बनकर लौटता है।
डीजीपी ने कहा ‘करतारपुर में ऐसी क्षमताएं है कि अगर कोई साधारण व्यक्ति भी वहां जाता है तो वह शाम तक लौटकर एक ट्रेंड आतंकवादी बनकर वापस लौटता है। पाकिस्तान में बसे कुछ असामाजिक तत्व लोगों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।’
उन्होंने आगे कहा ‘कोई व्यक्ति औसतन वहां घंटे तक रहता है और इस दौरान उसे फायरिंग रेंज तक ले जाया जा सकता है। यहां तक कि आपको आईइडी विस्फोटक कैसे बनाया जाता है यह भी सिखाया जा सकता है। कॉरिडोर इतने साल से नहीं खोला गया था तो उसकी ठोस वजहें थीं।’
डीजीपी के इस बयान के बाद शिरोमणी अकाली दल के नेता ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। पार्टी नेता बिक्रम मजीठिया ने कहा कि ‘उनका बयान अस्वीकार्य है। इंदिरा गांधी की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं। ऐसी विचाधारी जिसने हर सिख को आतंकवादी के रूप में चित्रित किया। यह एक गहरी साजिश है।’
बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में नारोवाल जिले के करतारपुर स्थित दरबार साहिब से जोड़ता है। यह कॉरिडोर दोनों देशों के बीच संबंधों में बेहतरी की उम्मीद देने के साथ लोगों के बीच आपसी संपर्क की ऐतिहासिक पहल है। गुरुद्वारा करतारपुर साहिब पाकिस्तान में रावी नदी के पार स्थित है और यह पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से करीब चार किलोमीटर दूर स्थित है।