कर्नाटक में एक्‍टर अंबरीश ने कांग्रेस विधायक पद से इस्‍तीफा दे दिया है। उन्‍हें रविवार को हुए मंत्रीमंडल फेरबदल में मंत्री पद से हटा दिया गया था। फेरबदल में 14 मंत्रियों को हटा दिया था और 13 नए मंत्री बनाए गए थे। कर्नाटक में 2018 में चुनाव होने वाले हैं और इसे नजर में रखते हुए यह बदलाव किया गया है। अंबरीश को मंत्री पद से हटाए जाने के बाद उनके समर्थकों ने प्रदर्शन भी किया। अंबरीश के पास हाउसिंग मिनिस्‍ट्री थी।

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उन्‍होंने सोमवार को डिप्‍टी स्‍पीकर को अपना इस्‍तीफा भेज दिया। हालांकि डिप्‍टी स्‍पीकर ने इस्‍तीफा स्‍वीकार करने से मना कर दिया। बताया गया कि अंबरीश ने नियमानुसार व्‍यक्तिगत रूप से इस्‍तीफा नहीं सौंपा। अंबरीश कर्नाटक के मांडया क्षेत्र से आते हैं। उनको पद से हटाए जाने के बाद इस क्षेत्र से अब कोई मंत्री नहीं है। अंबरीश को पद से हटाने के फैसले का कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने स्‍वागत किया है।

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अंबरीश के अलावा पूर्व सांसद वी श्रीनिवास प्रसाद, शिवराज तंगाडगी, किमानी रत्‍नाकर, सतीश झारखिहोली की भी छुट्टी कर दी गई। वहीं लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे, वरिष्‍ठ नेता कागोडु थिमप्‍पा, केआर रमेश कुमार, एमआर सीताराम को मंत्री बनाया गया है। नए मंत्रीमंडल में लिंगायत समुदाय का दबदबा है। यह समुदाय भाजपा का वोट बैंक माना जाता है। दलित, वोकालिंगा और कुरुबा समुदाय के नेताओं को भी खासा प्रतिनिधित्‍व दिया गया है।

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