कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के पास एक फर्जी कॉल आया। फोन कॉल करने वाले ने खुद को केंद्रीय मंत्री शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बताया था। हालांकि इस संबंध में पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है। यह फोन कॉल शनिवार दोपहर आया था। एक अधिकारी ने इस मामले को लेकर बताया कि राज्यपाल ने शुरुआत में कॉल करने वाले व्यक्ति से थोड़ी देर बाद की।
राज्यपाल को कुछ ही सेकंड बाद संदेह होने लगा और इसके बाद उन्होंने कॉल करने वाले को थोड़ा रुकने के लिए कहा। फिर उन्होंने इसकी सूचना अधिकारियों को दी, जिसके बाद उस व्यक्ति के फिर से कॉल करने का इंतजार किया गया। हालांकि दोबारा कोई फोन नहीं आया।
फर्जी कॉल करने वाले व्यक्ति ने राज्यपाल से बात करते हुए कहा कि मैं शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान बोल रहा हूं। हालांकि राज्यपाल ने ज्यादा समय तक बात नहीं की और अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी। समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले को लेकर धर्मेंद्र प्रधान के कार्यालय से भी संपर्क किया गया। इसको लेकर कहा गया कि उन्होंने कोई फोन कॉल नहीं किया था। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह फोन कॉल कोलकाता से की गई थी। पुलिस फर्जी कॉल करने वाले व्यक्ति की पहचान करने के लिए जांच कर रही है।
कौन हैं थावरचंद गहलोत?
थावरचंद गहलोत को 2021 में कर्नाटक का गवर्नर नियुक्त किया गया था। इससे पहले वह मोदी सरकार में 2014 से 2021 तक केंद्रीय मंत्री रह चुके थे। थावरचंद गहलोत की गिनती बीजेपी के बड़े दलित नेताओं में होती है। वह बीजेपी के पार्लियामेंट्री बोर्ड और सेंट्रल इलेक्शन कमेटी के मेंबर भी रह चुके हैं। थावरचंद गहलोत का जन्म मध्य प्रदेश में हुआ था और राज्यसभा से सांसद भी चुने जा चुके थे। इससे पहले वह 1996 से 2009 तक लोकसभा के सांसद थे।