Karnataka Vidhan Sabha Chunav Result 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत दर्ज की है। राज्य में कांग्रेस 125 सीटें जीत चुकी हैं और 11 विधानसभा सीटों पर आगे चल रही है। इस जीत के बाद कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कर्नाटक चुनाव परिणाम ने नफरत की दुकानों को बंद कर दिया है और महोब्बत की दुकानें खुल गई है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का चुनावी कैंपने गरीब जनता के वेलफेयर पर फोक्सड था।
दक्षिण भारत में मिली इस जीत के साथ के साथ कांग्रेस पार्टी अब कुल 7 राज्यों में सत्ता में आ गई है। जिन 4 राज्यों में कांग्रेस अपने दम पर सत्ता में है, उनमें हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक शामिल हैं। इसके अलावा बिहार, झारखंड और तमिलनाडु में कांग्रेस अपने सहयोगी दलों के साथ सत्ता साझा कर रही है। आइए नजर डालते हैं उन राज्यों पर जहां कांग्रेस सत्ता में है।
हिमाचल प्रदेश – कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी हिमाचल चुनाव जीती थी। हिमाचल में पिछले साल चुनाव हुए थे। 68 सीटों वाले इस राज्य में कांग्रेस पार्टी को 45 सीटें मिली थीं। भाजपा को यहां सिर्फ 25 सीटें नसीब हुई थीं।
राजस्थान- राजस्थान में इस साल के अंत में चुनाव है। साल 2018 में राजस्थान में कांग्रेस पार्टी को 100 सीटें नसीब हुईं थीं। उस समय वसुधंरा राजे की सरकार थी और सचिन पायलट कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे। राजस्थान में इस समय कांग्रेस दो गुटों में बटी हुई है।
छत्तीसगढ़- राजस्थान की तरह छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस 2018 में चुनाव जीती थी। 90 सदस्यों वाले इस राज्य में कांग्रेस को 68 सीटें मिली थी जबकि बीजेपी महज 15 सीटें हासिल कर पाई थी।
बिहार- बिहार में कांग्रेस महागठबंधन सरकार में शामिल है। राज्य में 2020 में चुनाव हुए थे। तब बीजेपी और जदयू का गठबंधन था। इन्होंने चुनाव में जीत भी दर्ज की थी लेकिन 2022 में नीतीश ने राजद के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल होना बेहतर समझा। तब सरकार भी इस सरकार में शामिल हुई। बिहार में कांग्रेस के नेताओं के पास दो मंत्रालय हैं।
झारखंड- झारखंड में 2019 में चुनाव हुए। यहां जेएमएम की सरकार है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ कांग्रेस और राजद गठबंधन में चुनाव लड़े थे। कांग्रेस को 16 सीटें हासिल हुईं। इस समय कांग्रेस के पास झारखंड में 4 मंत्रालय हैं।
तमिलनाडु- दक्षिण भारत के इस राज्य में 2021में चुनाव हुआ। यह करुणानिधि और जयललिता की मौत के बाद पहला चुनाव हुआ था। इस चुनाव में डीएमके ने 133 सीटें जीतीं जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस को 18 सीटें मिलीं।