Karnataka Floor Test Live Updates: कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी जल्द ही राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात कर सकते हैं। कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायकों के न मानने और सरकार को संकट में देखकर इस्तीफा दे सकते हैं। माना जा रहा है कि कुमारस्वामी जल्द ही इस पर फैसला ले सकते हैं। टाइम्स नाउ ने यह जानकारी दी। इस तरह कुमारस्वामी की कोशिशों को एक बार फिर झटका लगता दिख रहा है। हालांकि कुमारस्वामी ने राज्यपाल से मुलाकात के लिए समय मांगने की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि राज्यपाल से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है। वहीं जेडीएस नेता जीटी देवेगौड़ा ने भी ऐसी मीडिया रिपोट्स को खारिज किया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन के 16 विधायकों के इस्तीफे और दो निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के कारण राज्य की गठबंधन सरकार का भविष्य डांवाडोल लग रहा है।
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स्पीकर ने विधायकों से कहा कि वे अपने भाषण के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि सदन की गरिमा बरकरार रहे। सदन की कार्यवाही में बाधा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इससे न केवल सदन की बल्कि स्पीकर और विधायकों की छवि भी प्रभावित होती है।
सदन की कार्यवाई के दौरान कुमारस्वामी ने अपने डेस्क पर 'इस्तीफा' रख दिया। न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका एक वीडियो भी साझा किया है। वीडियो में कुमार स्वामी के हाथ में एक लैटर है। इस लैटर में कर्नाटक के गवर्नर का नाम लिखा गया है। हालांकि चीफ मिनिस्टर ऑफिस की तरफ से इस लैटर को फर्जी करार दिया गया है।
भाजपा नेता येदियुरप्पा ने कहा कि मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने वादा किया है कि आज विश्वास मत खत्म करेंगे और बहुमत साबित करेंगे। अब मैंने चीफ व्हिप सुनील से कहा कि इसे आज ही खत्म किया जाए। हम आज सदन में रात 12 बजे तक हैं।
उच्चतम न्यायालय कर्नाटक के दो निर्दलीय विधायकों की उस नयी याचिका पर मंगलवार को सुनवाई करेगा, जिसमें मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर राज्य विधानसभा में ‘तत्काल’ शक्ति परीक्षण कराने की मांग की गई है। प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की पीठ ने निर्दलीय विधायक-आर शंकर और एच नागेश की याचिका पर आज ही सुनवाई करने से मना कर दिया।
कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा में तीसरे दिन भी चर्चा जारी है। उधर कांग्रेस का कहना है कि बागी विधायकों के इस्तीफे पर अध्यक्ष का फैसला आने तक विश्वास प्रस्ताव पर मतविभाजन न कराया जाए। विधानसभा की कार्यवाही शुरु होने के समय से ही अध्यक्ष के. आर. रमेश ने सरकार को बार-बार शक्ति परीक्षण की प्रक्रिया सोमवार को पूरी करने के अपने वादे का सम्मान करने की याद दिलायी।
जेडीएस-कांग्रेस विधायकों के वेल में हंगामा करने के बाद विधानसभा को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया।
कर्नाटक के गृहमंत्री एम बी पाटिल ने बागी विधायकों को जीरो ट्रैफिक दिए जाने के मामले पर चर्चा के लिए कमिश्नर के साथ मीटिंग बुलाई है। आरोप लगाए जा रहे हैं कि जब ये बागी विधायक स्पीकर से मिलने आए तो उन्हें जीरो ट्रैफिक दिया गया। वहीं कांग्रेस विधायक एस के पाटिल ने कहा है कि बागियों को जीरो ट्रैफिक कैसे दिया गया। इस बारे में गृह मंत्री को फिर से जांच कर लेनी चाहिए।
कर्नाटक के गृहमंत्री एम बी पाटिल ने बागी विधायकों को जीरो ट्रैफिक दिए जाने के मामले पर चर्चा के लिए कमिश्नर के साथ मीटिंग बुलाई है। आरोप लगाए जा रहे हैं कि जब ये बागी विधायक स्पीकर से मिलने आए तो उन्हें जीरो ट्रैफिक दिया गया। वहीं कांग्रेस विधायक एस के पाटिल ने कहा है कि बागियों को जीरो ट्रैफिक कैसे दिया गया। इस बारे में गृह मंत्री को फिर से जांच कर लेने चाहिए।
भाजपा ने कुमारस्वामी से कहा कि अगर उन्हें संविधान और राज्य की जनता में विश्वास है तो वह ‘इस्तीफा दें और घर जाएं।’’ भाजपा ने कहा कि कुमारस्वामी स्वयं विश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं लेकिन उसकी प्रक्रिया पूरी करने में देरी कर रहे हैं। पार्टी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है, ‘‘अगर आपको संविधान और राज्य की जनता में जरा सा भी विश्वास और उनके लिए सम्मान है तो आप इस्तीफा दें और घर जाएं।’’ भाजपा ने कन्नड़ भाषा में हैशटैग चलाया है ‘‘राज्य की जनता आपको माफ नहीं करेगी।’’ मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने बृहस्पतिवार को विधानसभा में एक पंक्ति का विश्वास प्रस्ताव रखा था।
बीजेपी के नेशनल जनरल सेक्रटरी पी मुरलीधर ने कांग्रेस-जेडीएस पर संविधान के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की हत्या हो रही है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि 15 बागी विधायक विश्वास मत के दौरान सदन में रहने और न रहने के लिए बाध्य नहीं है। उनके पास बहुमत के लायक आंकड़ा ही नहीं है वे अल्पमत में हैं इसलिए ये सब हथकंडे अपना रहे हैं।
कांग्रेस ने विधानसभा स्पीकर से जोरदार अपील की कि जब तक वह बागी विधायकों द्वारा सौंपे गये त्यागपत्रों पर निर्णय नहीं ले लेते हैं तब तक मुख्यमंत्री कुमारस्वामी द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर मत विभाजन नहीं कराएं। कर्नाटक सरकार के वरिष्ठ मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा ने विश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस का यह रुख सामने रखा। उन्होंने कहा कि इस्तीफे के मुद्दे पर अध्यक्ष के निर्णय के बगैर मत-विभाजन कराने से विश्वास प्रस्ताव प्रक्रिया की कोई गरिमा नहीं रहेगी।
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि स्पीकर विश्वास मत पर फैसला लेंगे। मैं पहले ही कह चुका हूं कि हम विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित है। हमने भी याचिका दायर की है उम्मीद है कि कल इस पर सुनवाई होगी। अगर बागी विधायक वापस आते हैं तो वह हमें समर्थन देंगे। बागी विधायकों ने कहा कि वे वहां पर असहज महसूस कर रहे हैं।
कर्नाटक के स्पीकर केआर रमेश ने शक्ति परीक्षण को लेकर चल रही अटकलबाजी पर विराम लगा दिया है। रमेश ने सोमवार को कहा कि फ्लोर टेस्ट आज ही होगा। सदन को संबोधित करते हुए स्पीकर ने हालांकि यह भी कहा कि सदस्यों को जारी होने वाला व्हिप बागी विधायकों पर भी लागू होगा। कर्नाटक के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने बागी विधायकों को निर्देश दिया है कि वे 23 जुलाई को 11 बजे उनके दफ्तर आकर मुलाकात करें। कांग्रेस और जेडीएस नेताओं की ओर से इन बागी विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग पर स्पीकर ने यह निर्देश दिया है।
कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा है कि बीजेपी सीएम की कुर्सी चाहती है लेकिन वह ये बात खुलकर सबके सामने नहीं बोल रहे। वे स्वीकार क्यों नहीं कर रहे कि 'ऑपरेशन कमल' के पीछे उन्हीं का हाथ है। उन्हें स्वीकार करना चाहिए कि वे बागी विधायकों के संपर्क में हैं।
स्पीकर ने विधायकों से कहा कि वे आज अपने भाषण के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि सदन की गरिमा बरकरार रहे। उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही में बाधा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। इससे न केवल सदन की बल्कि स्पीकर और विधायकों की छवि भी प्रभावित होती है।
कर्नाटक के स्पीकर केआर रमेश ने शक्ति परीक्षण को लेकर चल रही अटकलबाजी पर विराम लगा दिया है। रमेश ने सोमवार को कहा कि फ्लोर टेस्ट आज ही होगा। सदन को संबोधित करते हुए हालांकि, स्पीकर ने कहा कि सदस्यों को जारी होने वाला व्हिप बागी विधायकों पर भी लागू होगा।
कर्नाटक में जल्द से जल्द शक्ति परीक्षण कराने की दो निर्दलीय विधायकों की याचिका पर तत्काल सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को इनकार कर दिया। हालांकि शीर्ष अदालत ने कहा कि वह याचिका पर मंगलवार को विचार कर सकती है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा, ‘असंभव । हमने पहले ऐसा कभी नहीं किया है। हम कल इसपर विचार कर सकते हैं।’निर्दलीय विधायकों आर. शंकर और एच. नागेश की ओर से पेश हुए सीनियर वकील मुकुल रोहतगी ने बेंच से कहा कि उन्होंने कर्नाटक मामले में ताजा याचिका दायर की है और मामले की तुरंत सुनवाई का अनुरोध कर रहे हैं। रोहतगी ने कहा कि शक्ति परीक्षण को किसी न किसी कारण से टाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब जेडीएस गठबंधन को पहले शक्ति परीक्षण का आदेश दिया जा सकता है तो, वही आदेश फिर से दिया जा सकता है। इस पर बेंच ने कहा, ‘हम कल देखेंगे।’ कांग्रेस-जद(एस) सरकार से समर्थन वापस लेने वाले दो निर्दलीय विधायकों ने राज्य विधानसभा में जल्द से जल्द शक्ति परीक्षण कराने का निर्देश देने का अनुरोध करते हुए न्यायालय में अर्जी दी है।
कर्नाटक सरकार पर गहरा रहे सियासी संकट के बीच सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में दो निर्दलीय विधायकों की याचिका पर जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया है। विधायकों ने अपनी याचिका में मांग की थी कि सोमवार को ही फ्लोर टेस्ट कराने का निर्देश दिया जाए। इस बीच, कर्नाटक के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने बागी विधायकों को निर्देश दिया है कि वे 23 जुलाई को 11 बजे उनके दफ्तर आकर मुलाकात करें। कांग्रेस और जेडीएस नेताओं की ओर से इन बागी विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग पर स्पीकर ने यह निर्देश दिया है।
कर्नाटक के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा पार्टी विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचे। येदियुरप्पा ने इससे पहले कहा था, ‘‘मैं आश्वस्त हूं कि सोमवार कुमारस्वामी सरकार का आखिरी दिन होगा। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने अपने आदेश में स्पष्ट रूप से कहा है कि मुंबई में ठहरे हुए 15 विधायकों को किसी भी सूरत में विधानसभा के मौजूदा सत्र में शामिल होने के लिए मजबूर नहीं किया जाए।’’ येदियुरप्पा ने पहले ही दावा किया है कि कांग्रेस- जेडीएस गठबंधन के पास महज 98 विधायक हैं और वह बहुमत खो चुका है। जबकि भाजपा के पास 106 विधायक हैं और वह एक वैकल्पिक सरकार के गठन के लिए सहज स्थिति में है।
कांग्रेस सांसद बीके हरिप्रसाद ने राज्यसभा में रूल 267 के तहत 'कर्नाटक के संवैधानिक संकट' पर चर्चा का नोटिस दिया। उधर, वरिष्ठ मंत्री और कांग्रेस के नेता डी के शिवकुमार ने दावा किया कि कुमारस्वामी ने कांग्रेस से कहा है कि वह गठबंधन को बचाने के लिए अपनी पसंद के किसी भी नेता को मुख्यमंत्री नामित कर सकती है। जेडीएस की ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई कि उसने ऐसा कोई प्रस्ताव दिया है। हालांकि पहले ऐसी खबरें थी कि कुमारस्वामी के ऐसे सुझाव को उनके पिता एवं जेडीएस सुप्रीमो एच डी देवेगौड़ा ने खारिज कर दिया था।
कर्नाटक विधानसभा में आज होने वाले शक्ति परीक्षण में शामिल होने के लिए बीजेपी विधायक सोमवार सुबह होटल से रवाना हो गए।
मुम्बई के होटल में रुके बागी विधायकों ने जोर देकर कहा कि वे वापस नहीं लौटेंगे और इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि उन्हें बंधक बनाया गया है। जेडीएस के बागी विधायक के गोपालैयाह ने 10 अन्य विधायकों के साथ एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘हमने सोचा था कि यह सरकार राज्य के लिए अच्छा करेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कल विधानसभा सत्र में हिस्सा लेने का कोई सवाल ही नहीं है।’’ लोकसभा चुनाव के बाद जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने वाले एच विश्वनाथ ने कहा, ‘‘गठबंधन के नाम पर ...राजनीति ने लोगों का कोई भला नहीं किया और विधायकों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया।’’
वर्तमान कुमारस्वामी सरकार इस उम्मीद से विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा खींचने की अब भी कोशिशें कर रही है कि उच्चतम न्यायालय से कोई ना कोई राहत मिल जाएगी। कुमारस्वामी ने रविवार को एक बयान में कहा, ‘‘विश्वासमत पर चर्चा के लिए समय लेने का मेरा इरादा केवल यह है कि पूरा देश यह जान सके कि नैतिकता की बात करने वाली भाजपा लोकतंत्र के साथ ही संविधान के सिद्धांतों को पलटना चाहती है।’’ उन्होंने बागी विधायकों को बातचीत की पेशकश की ताकि उनके मुद्दों का समाधान किया जा सके।
कर्नाटक में एचडी कुमार स्वामी सरकार के शक्ति परीक्षण को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को कहा कि उनका एकमात्र विधायक सरकार के पक्ष में वोट देगा। मायावती ने ट्वीट में कहा कि कर्नाटक में बसपा के एकमात्र विधायक एन. महेश को कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में वोट करने के निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि बड़ी संख्या में सत्तापक्ष के विधायकों के इस्तीफे की वजह से उत्पन्न संकट के बीच कर्नाटक की कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन सरकार का भविष्य सोमवार को विधानसभा में शक्ति परीक्षण से तय होने की संभावना है।