ऑल इंडिया स्टूडेंट फैडरेशन की जेएनयू यूनिट के उपाध्यक्ष मुहम्मद मुहसीन केरल विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उनके प्रचार के लिए कन्हैया कुमार के भी जाने की खबर है। मुहसीन जेएनयू में रिसर्च स्कोलर हैं। उन्हें सीपीआई ने केरल की पटाम्बी सीट से चुनाव में उतारा है।
मुहसीन का कहना है कि केरल में उनका फूलमालाओं के साथ स्वागत किया गया। देश में अन्य स्थानों पर जेएनयू छात्र को धमकियां मिलती है। केरल और बाकी देश में यही अंतर है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यहां पर वामपंथ मजबूत है। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि संघ परिवार को यहां पनपने न दिया जाए।
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जेएनयू में अफजल गुरु की बरसी के विवाद के समय मुहसीन विदेश गए हुए थे। कन्हैया की गिरफ्तारी के बाद वे दौरा बीच में छोड़कर आ गए थे। यहां पर वे विरोध प्रदर्शनों में भी शामिल हुए। कन्हैया और मुहसीन रूममेट भी रह चुके हैं। मुहसीन को आखिरी समय में चुनाव का टिकट दिया गया। वे इस समय चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं। जेएनयू विवाद के बारे में उन्होंने बताया कि यह सब अफजल गुरु की बरसी से शुरू नहीं हुआ। रोहित वेमुला की मौत और यूजीसी के खिलाफ प्रदर्शन के बाद से उनकी खिलाफत शुरू हुई। अन्य मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए जेएनयू छात्रों को गिरफ्तार किया गया।
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