उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपनी ब्रिटेन यात्रा के दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि देश की अदालतें लोगों की परेशानियों के लिए संवेदनशील हैं और उनका नेतृत्व एक प्रतिभाशाली व्यक्ति करते हैं।

उपराष्ट्रपति ने शनिवार (6 मई, 2023) को कहा, “भारत की तरह और कहां ज्यूडिशरी शामिल है? इस वक्त हमारे पास भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में प्रबुद्ध आत्मा है। एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिनके पास अनुभव, प्रतिबद्धता और जुनून है। उनके आदेशों को देखें, जिनसे एक सामान्य व्यक्ति को भी राहत मिलने में देरी नहीं लगती है।”

उन्होंने आगे कहा, “भारत में अब हमारे पास एक इकोसिस्टम है। आप कोई भी हो सकते हैं, लेकिन आप कानून के प्रति जवाबदेह हैं। कोई भी कानून की पहुंच से बाहर नहीं है और किसी के साथ गलत व्यवहार नहीं किया जा सकता है क्योंकि हमारे पास एक मजबूत ज्यूडिशियल सिस्टम है। और इस समय, ज्यूडिशियल सिस्टम का नेतृत्व एक ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाता है जो हर लिहाज से इसके योग्य है।”

उपराष्ट्रपति लंदन में प्रवासी भारतीयों के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। हालांकि, कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट पर अपने बयान को लेकर उपराष्ट्रपति धनखड़ चर्चाओं में आ गए थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की ओर से 2015 में एनजेएसी अधिनियम निरस्त किए जाने को लेकर टिप्पण की थी। उन्होंने कहा था कि दुनिया में ऐसा कहीं नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि संसद के बनाए कानून को किसी और संस्था की ओर से अमान्य किया जाना प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं है।

धनखड़ ने कहा था, “इन संस्थानों को पता होना चाहिए कि खुद को कैसे संचालित करना है। विचार-विमर्श हो सकता है, लेकिन सार्वजनिक उपभोग के लिए इन प्लेटफार्मों का उपयोग किया जाना … मुझे बहुत आश्चर्य हुआ जब माननीय अदालत के न्यायाधीशों ने अटॉर्नी जनरल को उच्च संवैधानिक प्राधिकरण को संदेश देने के लिए कहा।”

लंदन में वेस्टमिंस्टर एब्बे में किंग चार्ल्स III के राज्याभिषेक में भाग लेने के लिए धनखड़ दो-दिवसीय यात्रा पर थे। इस दौरान, उन्होंने अपने संबोधन में भारत द्वारा किए जा रहे महान विकास कार्यों और इसकी सफलता की कहानी बयां की।